घटना की सूचना मिलते ही परिजन दिल्ली हुए रवाना
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। गुरुवार की शाम दिल्ली के नरेला क्षेत्र में पेंट की फैक्ट्री में लगी आग के चलते झुलस कर दम तोड़ चुके 11 लोगों में जनपद के एक युवक को भी अपनी जान गंवानी पड़ी। घटना की सूचना मिलते ही परिवार वाले शुक्रवार को घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
जहानागंज थाना क्षेत्र के फैजपुर ग्राम निवासी कैलाश गौड़ के चार पुत्रों में तीसरे नंबर पर रहा 19 वर्षीय विशाल गौड़ लगभग एक वर्ष पूर्व दिल्ली में रह रहे अपने बड़े भाई धर्मेंद्र के यहां कमाने की गरज से गया था। वहां दोनों भाई किसी ठेकेदार के यहां मजदूरी करते थे। छह माह पूर्व धर्मेंद्र अपने गांव आया और फिर दिल्ली नहीं गया। परिवार वालों के अनुसार गुरुवार को विशाल अपने ठेकेदार के कहने पर दिल्ली के नरेला क्षेत्र में स्थित पेंट की फैक्ट्री में लोहे की रैक लगाने के लिए अपने सहयोगी के साथ गया था। कार्य के दौरान विशाल का सहयोगी गुटखा खाने के लिए फैक्ट्री से बाहर गया था। शाम करीब पांच बजे सहयोगी जब फैक्ट्री गेट पर पहुंचा तो अंदर से उठ रही आग की लपटों को देख उसने विशाल को आवाज दी। कोई जवाब न मिलने पर उसने किसी अनहोनी के आशंकावश इसकी जानकारी फोन पर अपने ठेकेदार को दी। ठेकेदार के मौके पर पहुंचने पर पता चला कि फैक्ट्री में आग फैलने से मेन गेट भी आग की चपेट में आ गया और फैक्ट्री के अंदर फंसे ग्यारह लोगों की झुलस कर मौत हो गई। ठेकेदार द्वारा घटना की जानकारी विशाल के परिवार वालों को दी गई। घटना की खबर पाते ही विशाल के परिवार में चीख-पुकार मच गई। बुरी तरह झुलसे मृतकों की पहचान के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा डीएनए टेस्ट का निर्णय लिए जाने पर इसकी सूचना विशाल के परिवार को देते हुए माता पिता को दिल्ली बुलाया गया। शुक्रवार को दिन में विशाल के पिता कैलाश और माता प्रेमशीला गांव के प्रधान प्रतिनिधि एवं अन्य लोगों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस घटना से फैजपुर गांव में मातम छाया हुआ है।