मंडल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सक, स्वास्थ्य-कर्मी और सहयोगी संस्था हुईं सम्मानित
आजमगढ़। परिवार स्थिरिकरण तथा बढ़ती हुई जनसंख्या को रोकने में परिवार नियोजन की अहम भूमिका है। परिवार नियोजन गतिविधियों को अपना कर मातृ मृत्युव शिशु मृत्यु दर के स्तर को कम किया जा सकता है। यह बातें अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ हरि गोविन्द सिंह द्वारा कही गयी। वह मंडल में परिवार नियोजन कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों, अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों और सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। अपर निदेशक हेल्थ ने कहा कि पहला बच्चा होने के बाद तुरन्त गर्भ धारण, मां व बच्चे दोनों के स्वास्थ्य एवं पोषण के दृष्टिकोण से उचित नहीं है। इस स्थिति से बचने के लिए योग्य दंपति को प्रेरित कर परिवार नियोजन का मनपसंद साधन उन्हें उपलब्ध करवाना चाहिए। अस्थायी साधन जैसे कंडोम, छाया, माला एन, ईमर्जेंसी पिल्स आदि की उपलब्धता सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से भी सुनिश्चित कराई जा रही है। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन, आइ.यू.सी.डी. और पी.पी.आई.यू.सी.डी. की सुविधा इच्छुक दंपति प्राप्त कर सकते हैं। परिवार पूरा होने पर नसबंदी का विकल्प चुना जा सकता है। परिवार नियोजन के कार्य में आशा कार्यकर्ता मददगार होती हैं। समुदाय में यह संदेश दिया जाना चाहिए कि प्रसव पश्चात महिला नसबंदी श्रेय स्कर है और महिला नसबंदी की तुलना में पुरूष नसबंदी सरल और सुरक्षित है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए मंडलीय कार्यक्रम प्रबन्धक डी देबनाथ ने कहा कि जिलों में भी इस प्रकार के आयोजन कर परिवार नियोजन कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मी सम्मानित किये जाएंगे। इस मौके पर मंडलीय फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर आशीष त्रिपाठी, मंडलीय टीम से वीरेन्द्र कुमार यादव, प्रकाश यादव, वृजेश कुमार यादव, सुरेश कुमार, डा॰संजय और जनपद स्तरीय फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर आदि ने विशेष सहयोग दिया ।
इन्हें मिला सम्मान: इस अवसर पर अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, एसी एम ओ सहनोडल अधिकारी परिवार कल्याण जनपद आजमगढ़, बलिया व मऊ, चीफ फार्मासिस्ट, स्टॉफ नर्स, परिवार नियोजन काउंसलर, आशा कार्यकर्ती, सहयोगी संस्था यूपीटीएसयू के सभी जिलों के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ, पीएसआई इंडिया संस्था, हौसला साझेदारी के सहयोगी, एस पीसिटी हॉस्पिटल बलिया से डॉ एस के गुप्ता को सम्मानित किया गया ।
इन टीम को मिला सम्मान: आजमगढ़, बलिया और मऊ जिलों की जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई और शहरी स्वास्थ्य मिशन इकाई की पूरी टीम के रिजनल कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर को भी आयोजन के दौरान सम्मानित किया गया ।
उच्चाधिकारियों के सहयोग से हुआ संभव: मंडल में सर्वाधिक सहयोग करने वाले डा॰ विनय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला महिला चिकित्सालय, आजमगढ़, ने सम्मान पाने के बाद बताया कि यह कार्य उच्चाधिकारियों के विशेष सहयोग के कारण संभव हो सका है।