बच्चों के माध्यम से चलाये गये इस अभियान से अभिभावकों एवं समाज को प्राप्त होगा व्यापक संदेश-गौरव अग्रवाल, प्रबन्धक
आजमगढ़। आज 2 फरवरी को करतालपुर स्थित जीडी ग्लोबल स्कूल में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम मनाया गया । फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के इस कार्यक्रम में जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० ए एन तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विद्यालय के प्रबंधक गौरव अग्रवाल, निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल एवं विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय ने उन्हें पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के माध्यम से बच्चो को फाइलेरिया के रोकथाम तथा बचाव हेतु जागरूक किया गया। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़-नाटक, पोस्टर, श्लोगन आदि के माध्यम से देश को फाइलेरिया मुक्त बनाने का संदेश दिया। मुख्य अतिथि, मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि राज्य के 15 जनपदों को चिन्हित किया गया है, जहां 10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा। 27 फरवरी को राष्ट्रीय फाइलेरिया दिवस है। 28 फरवरी को इस अभियान का समापन किया जाएगा।
विद्यालय के प्रबंधक गौरव अग्रवाल ने बताया कि बच्चों के माध्यम से जनपद में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा और अभिभावकों एवं समाज को इससे व्यापक संदेश प्राप्त होगा। विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल ने कहा कि फाइलेरिया संक्रमण मच्छरों के काटने से फैलता है। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय ने कहा भारत सरकार ने बिमारी के उन्मूलन के लिए फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया है। इसके तहत सार्वजनिक दवा सेवन (एम.डी.ए.) किया जाता है, जिसमें डी.ई.सी. दवा की एक खुराक साल में एक बार खिलाई जाती है। फाइलेरिया बीमारी का संक्रमण आमतौर से बचपन में होता है। यद्यपि यह बीमारी वर्षों बाद स्पष्टतः प्रकट होती है। इस प्रकार, सामान्य एवं स्वस्थ दिखनेवाले व्यक्ति को कुछ सालों बाद टांगों, हाथों एवं शरीर के अन्य रोगों में अत्यधिक सूजन उत्पन्न होने लगती है।