पुलिस वेरीफिकेशन में खुले चौंकाने वाले राज
मुरादाबाद। मुरादाबाद जिले में बीते कुछ सालों में 210 हिस्ट्रीशीटर लापता हो गए। ये सभी उस श्रेणी के हिस्ट्रीशीटर बदमाश थे जिनकी नियमित मॉनिटरिंग नहीं होती। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एसएसपी के आदेश पर जब पुलिस द्वारा सत्यापन करवाया गया तो कई चौंकाने वाले राज सामने आए। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एसएसपी हेमराज मीणा के आदेश से जिले के सभी थानों की पुलिस ने अपने यहां के हिस्ट्रीशीटरों का भौतिक सत्यापन किया। सिविल लाइंस, मझोला, कटघर, मुगलपुरा, कोतवाली, गलशहीद समेत शहर के थानों के साथ ही देहात के भी सभी थानों में पुलिस की अलग-अलग टीमों ने इस दौरान हिस्ट्रीशीटरों के घर-घर जाकर सत्यापन किया। एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि कुल 1870 हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन कराया गया। हालांकि सत्यापन कार्य के दौरान 210 हिस्ट्रीशीटर बदमाश थाने में दर्ज उनके पते पर नहीं मिले। कुछ के पड़ोसियों और परिवार वालों से बातचीत कर उनके बारे में जानकारी की गई, लेकिन वह लोग भी कोई जानकारी नहीं दे सके। आशंका जताई जा रही है इन हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की या तो मौत हो गई है या ये अपने गांव छोड़कर कहीं और जाकर बस गए हैं। वहीं हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन के दौरान यह भी पता चला कि 130 बदमाशों की मौत हो चुकी है। लेकिन पुलिस के पास मृत्यु प्रमाणपत्र या परिजनों द्वारा सही सूचना न दिए जाने के कारण इनका नाम थाने के हिस्ट्रीशीटर रजिस्टर में दर्ज चला आ रहा था। एसएसपी हेमराज मीणा ने इन सभी बदमाशों की हिस्ट्रीशीट बंद करने का निर्णय लिया है। एसएसपी हेमराज मीणा का कहना है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन कराया गया है। सत्यापन के दौरान 210 हिस्ट्रीशीटर अपने घर नहीं मिले। इन बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इसके अलावा 130 हिस्ट्रीशीटरों के मौत की बात सामने आई है, जिनकी हिस्ट्रीशीट बंद की गई है।