थाने के स्टाफ ने कमरे का दरवाजा तोड़कर निकाला बाहर
बरेली। बरेली के सिरौली थाने में तैनात सिपाही अरुण यादव (25) ने शुक्रवार शाम थाना परिसर स्थित अपने क्वार्टर में लाइसेंसी राइफल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। गोली की आवाज सुनकर थाने के स्टाफ ने कमरे का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। उन्हें जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया। आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। अरुण मूल रूप से अमरोहा जिले के थाना धनौरा के गांव फौलादपुर के रहने वाले थे। वह वर्ष 2018 बैच के सिपाही थे। बताया जा रहा है कि ड्यूटी से लौटकर उन्होंने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर कमरा बंद कर लिया था। अचानक फायरिंग की आवाज सुनकर एक महिला सिपाही दौड़कर अरुण के कमरे की ओर गईं। खिड़की से झांककर देखा तो उनकी चीख निकल गई। तब तक थाने का पूरा स्टाफ वहां पहुंच गया। दरवाजा तोड़कर अरुण को निकाला गया। स्टाफ के लोग उन्हें जिला अस्पताल ले गए। मौत की पुष्टि होने पर अरुण के घर सूचना दी गई। अरुण शादीशुदा थे। कमरा और मोबाइल फोन बंद कर जान देने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। सिरौली थाने के प्रभारी दो दिन पहले ही वहां भेजे गए हैं तो विभागीय वजह की गुंजाइश कम हो जाती है। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि परिजनों के आने पर उनसे बात की जाएगी। मोबाइल फोन की भी जांच होगी। कोई पारिवारिक वजह ही रही होगी जो जांच में स्पष्ट हो जाएगी। फायरिंग और चीखपुकार सुनकर राहगीर व आसपास के दुकानदार भी थाने की तरफ चले आए। भीड़ बढ़ती देख पुलिसकर्मियों ने थोड़ी देर के लिए थाने का मेन गेट बंद किया। इस वजह से कस्बे में कई तरह की चर्चा शुरू हो गईं।