नियमों के तहत की गई कार्रवाई : शशिमौली, शहर कोतवाल
आजमगढ़। साधु द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंप शहर कोतवाल पर आरोप लगाया गया कि कोतवाल द्वारा योग साधना शिविर में घुसकर साधु संग अभद्रता की गई। वही इस मामले में शहर कोतवाल शशि मौली पांडे ने बताया कि स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत की गई की तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाया जा रहा है, इस बाबत मौके पर पहुंचकर उन्हें लाउडस्पीकर के नियमों के बारे में बताया गया। साधु द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है। बता दें कि आजमगढ़ जनपद के रैदोपुर ऑफिसर्स कॉलोनी स्थित आनंद मार्ग प्रचारक संघ भवन में रविवार की अलसुबह धार्मिक अनुष्ठान चल रहा था। अनुष्ठान में शामिल आचार्य ज्योतिष्मान ब्रह्मचारी ने नगर कोतवाल के ऊपर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भोर के समय सभी साधक योग ध्यान साधना में लीन थे कि उसी वक्त नगर कोतवाल आए और मेरे साथ धक्का मुक्की और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जूता पहनकर जबरन पूजा स्थल में घुसकर पूजा में प्रयोग हो रहे साउंड सिस्टम को उठाकर ले जाने लगे। इस घटना से शिविर में दूर दूर से आए साधक साधिकाओं में भय का माहौल बन गया। घटना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। घटना से आहत पीड़ित संन्यासी व अन्य लोगों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच शिकायती पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। इस बाबत नगर कोतवाल शशि मौली पांडे ने बताया कि स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत की गई कि काफी तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाया जा रहा है, मेरे द्वारा मौके पर जाकर साधकों को लाउडस्पीकर को लेकर शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के बारे में बताया गया। साधु द्वारा मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार है।