डीआईओएस के आदेश पर हुई कार्रवाई
अभिभावकों को बच्चों का एडमिशन अन्यत्र कराने का निर्देश जारी
आजमगढ़। शिब्ली इंटर कालेज परिसर में संचालित शिब्ली इंग्लिश मीडियम स्कूल को डीआईओएस के आदेश से बंद कर दिया गया है। इस आदेश के बाद शिब्ली नेशनल इंटर कालेज के प्रबंधक की ओर से बच्चों के अभिभावकों के मोबाइल पर मैसेज भेजकर उन्हें अपने बच्चों का एडमिशन अन्यत्र कराने को कहा जा रहा है। बताते चलें कि पूर्व प्राचार्य नेसार अहमद द्वारा अवैध तरीके से शिब्ली इंटर कालेज परिसर में शिब्ली इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन चार साल पूर्व शुरू किया गया था। पूर्व डीओईओएस की मिलीभगत से वह इस विद्यालय का संचालन करते रहे। संस्था चलती रही और इसमें छात्रोें की संख्या 1000 तक पहुंच गई। पूर्व प्राचार्य ने इस विद्यालय में पढ़ाने के लिए अलग से शिक्षकों की तैनाती भी कर दी। इतना ही नहीं इस विद्यालय में छात्रों से अवैध शुल्क की वसूली आदि की शिकायतें लगातार होती रही। लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। नेसार अहमद के जाने के बाद जब नए प्रधानाचार्य हुए तो उन्होंने अवैध रूप से संचालित इस विद्यालय के संबंध में डीआईओएस से गाइड लाइन मांगी। डीआईओएस से जो गाइड लाइन मिली उसके अनुसार विद्यालय का संचालन होता न मिलने पर डीआईओएस मनोज मिश्रा द्वारा उक्त विद्यालय को बंद करने का आदेश जारी किया गया। यह आदेश जारी होने के बाद प्रधानाचार्य द्वारा अब अभिभावकों के मोबाइल पर मैसेज भेजकर उन्हें अपने बच्चों का एडमिशन दूसरे विद्यालय में कराने का अनुरोध किया जा रहा है। शिब्ली नेशनल इंटर कालेज के प्रधानाचार्य जैद नुरुल्लाह ने बताया कि यह विद्यालय इनलीगल तरीके से चल रहा था। इस संबंध में डीआईओएस से गाइडलाइन मांगी गई थी। जिसमें स्पष्ट था कि विद्यालय का संचालन हो सकता है लेकिन जो शिक्षक पहले से तैनात है वहीं इसमें पढ़ा सकते हैं। लेकिन पूर्व प्रधानाचार्य द्वारा अलग से शिक्षकों की तैनाती की गई थी। जिसके कारण डीआईओएस के आदेश पर इसे बंद कर दिया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज मिश्रा ने बताया कि यह विद्यालय पूर्व डीआईओएस के समय से अवैध रूप से संचालित हो रहा था। जिसकी शिकायत बार-बार आ रही थी। जांच में इसका संचालन अवैध पाया गया। जिसके कारण इसे बंद करने का आदेश दिया गया है।