तमंचे को सटाकर की फायरिंग, आवाज सुन पत्नी पहुंची तो लहूलुहान शव मिला
अमरोहा। होली की रात भाजपा नेता अजीत चौधरी (30) ने किराए के मकान की छत पर खुद को गोली से उड़ा लिया। दिल के ऊपर सटाकर गोली मारी गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल की और तमंचे को घटनास्थल से बरामद कर लिया। भाजपा नेता के आत्मघाती कदम उठाने से हर कोई अचंभित है। मृतक अजीत चौधरी मूलरूप से डिडौली कोतवाली क्षेत्र के वासीपुर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता जन्म सिंह का करीब दस साल पहले निधन हो गया था। परिवार में माता सुमन देवी, पत्नी सिंपल, बेटी एंजिल हैं। अजीत सिंह के बड़े भाई मनमीत सिंह काफी समय से गजरौला में रहते हैं। फिलहाल नौकरी की तलाश में दिल्ली गए हुए थे। उनका मंगलवार को इंटरव्यू था। अजीत सिंह भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ताओं में से एक थे। दो बार जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ चुके थे, जबकि मंडल महामंत्री जोया के पद पर भी रहे थे। वर्तमान में अजीत चौधरी अपनी पत्नी सिंपल, बेटी एंजिल और मां सुमन देवी के साथ देहात थानाक्षेत्र के पंडित दीनदयाल नगर में किराये के मकान में रहते थे। सोमवार को होली का त्योहार परिवार ने खुशी-खुशी बनाया था। रात करीब दस बजे अजीत चौधरी घर की छत पर गए थे। यहां उन्होंने पहले एक बार हवाई फायरिंग की। इसके बाद तमंचा लोड करके दूसरी गोली अपने सीने से सटाकर मार ली। गोली लगते ही अजीत चौधरी छत पर गिर पड़े। धमाके की आवाज सुनकर पत्नी सिंपल छत पर पहुंचीं तो अजीत चौधरी लहूलुहान हालत में अचेत अवस्था में पड़े थे। पत्नी सिंपल के शोर मचाने पर मोहल्ले के लोगों की भीड़ जमा हो गई। कुछ रिश्तेदार भी पहुंच गए। तुरंत ही अजीत को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसपी कुंवर अनुपम सिंह के निर्देश पर फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अपर पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि अजीत चौधरी ने आत्महत्या की है। घटनास्थल पर तमंचा भी बरामद हो गया है। उन्होंने खुद को दिल के ऊपर सटाकर गोली मारी थी। आत्महत्या करने के पीछे क्या कारण रहा, इसकी जांच की जा रही है।