7 मार्च को जघन्य तरीके से की गई थी भाजपा नेता की हत्या
जौनपुर। भाजपा नेता प्रमोद यादव के हत्यारोपियों से सोमवार रात पुलिस की मुठभेड़ हो गई. मुखबिर की सूचना पर सिकरारा थाना क्षेत्र के गुलज़ारगंज कठार के पास पुलिस ने घेराबंदी की थी. इसी बीच बदमाश एक स्कॉर्पियो से आते दिखाई दिए. पुलिस पार्टी ने वाहन को रुकने का इशारा किया तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लग गई. इसके बाद पुलिस ने घायल बदमाश व उसके 2 अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया. बदमाशों के कब्जे से एक देशी पिस्टल, जिन्दा कारतूस, 4 मोबाइल व 2 स्कार्पियो कार बरामद हुई है. पुलिस को सूचना मिली कि भाजपा के जिला मंत्री प्रमोद यादव की हत्या करने वाले बदमाश गुलजारगंज से कठार मलसिल तिराहा होते हुए मडियाहूं की तरफ जाने वाले हैं. खबर लगते ही एसओ सिकरारा ने घेराबंदी करवा दी. यहां वाहनों की चेकिंग चल ही रही थी कि एक ब्लैक स्कॉर्पियो आती दिखाई दी. पुलिस ने इसे भी रुकने का इशारा किया लेकिन उसमें सवार लोग अंधाधुंध फायरिंग कर भागने लगे. पुलिस टीम ने कार का पीछा किया. इसी बीच बक्शा और मड़ियाहूं की फोर्स भी पहुंच गई तो बदमाश घिर गए. खुद घिरता देख बदमाशों ने सिकरारा एसओ पर गोली चला दी जो उनके बुलेटप्रूफ जैकेट में जा लगी. वहीं एक बदमाश के पैर में गोली लग गई. बाकी 2 बदमाश वहां से भाग गए. इन बदमाशों को भी घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया. घायल बदमाश ने अपना नाम मड़ियाहूं कोतवाली अंतर्गत देवापार निवासी सचिन यादव बताया. अन्य दो की पहचान सिकरारा के बोधापुर निवासी विजय यादव और प्रेमराजपुर निवासी चंद्रशेखर यादव के रूप में हुई. बदमाशों के पास से पिस्टल, कारतूस, मोबाइल फोन और 2 स्कॉर्पियो कार बरामद हुई. सिकरारा थाना क्षेत्र अंतर्गत बोधापुर निवासी प्रमोद यादव की हत्या बीते 7 मार्च को की गई थी. वो सुबह अपनी कार से जौनपुर जाने के लिए निकले थे. जैसे ही बोधापुर मोड़ पर पहुंचे कार्ड देने के बहाने कुछ युवकों ने उनकी कार को रोक लिया. कार रुकते ही उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. इस दौरान प्रमोद यादव को 6 गोली लगी और वो वहीं गिर पड़े. परिजन सहित ग्रामीणों ने निजी वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. प्रमोद पिछले 20 वर्षों से बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता रहे. उनका किसी से कोई विवाद नहीं रहा है. बीडीसी सदस्य, ब्लॉक प्रमुख तक का कई चुनाव लड़ा. 2012 में मल्हनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने अपना प्रत्याशी भी बनाया, हालांकि पर्चा खारिज होने के कारण ये चुनाव वे नहीं लड़ सके. कुछ दिनों से गांव में प्रधानी को लेकर कुछ विवाद चल रहा था.