लाशों के पास सोता, खाना बनाता, बदबू से बचने को जलाता था नीम की पत्तियां
लखनऊ। पत्नी और दो मासूम बच्चों की हत्या करने वाला रामलगन बेखौफ था। न तो उसको अपनों की हत्या करने का जरा भी अफसोस था न ही किसी तरह का डर। वारदात को अंजाम देने के बाद वह उसी कमरे में सोता था, जहां तीनों लाशें पड़ी थीं। उसी कमरे में खाना बनाकर खाता था, सुबह कमरा बंद कर काम पर चला जाता था। बदबू न आए इसलिए नीम की पत्तियां जलाता था। ये सब देखकर पुलिस अफसरों से लेकर इलाकाई लोग हैरान रह गए। डीसीपी साउथ तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि हत्या करने के बाद वह समझ नहीं पा रहा था कि शव कैसे और कहां ठिकाने लगाए। इसलिए वहीं पर लाशें पड़ी रहीं। चूंकि उसकी पत्नी ज्योति के परिजनों के संपर्क में न तो वह था न ही ज्योति, इसलिए वह और भी ज्यादा बेफिक्र था। उसको पता था कि कोई भी उसकी तलाश करने नहीं आएगा। जब रविवार को उसके मकान मालिक वहां पहुंचे तो कमरे में ताला बंद मिला। उनको पता था कि वह कहां काम करता है। तभी उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जहां से रामलगन गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी जहां पहले किराये पर रह रहा था, वहां और भी किरायेदार रहते थे। इसलिए वह साजिश के तहत सरवन नगर में रहने आ गया। यहां किराये के जिस मकान में उसने वारदात को अंजाम दिया उसका ग्राउंड फ्लोर खाली है। वह ऊपर वाले कमरे में रह रहा था। मतलब पूरे घर में वही परिवार के साथ रह रहा था। वहीं, पहले जिस घर में किराये पर रहता था उसको भी खाली नहीं किया था। नए वाले घर में उसने आराम से वारदात को अंजाम दिया। वहां कोई भी चीखपुकार सुनने वाला नहीं था।