पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूले, मौके पर पीएसी अलर्ट... लाठीचार्ज की तैयारी
मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में बृहस्पतिवार को सीएम योगी के आने से पहले फौजी की हत्या से आक्रोशित भीड़ ने हाईवे जाम कर दिया। लोगों को समझाने और हाईवे खाली कराने में सूचना पर पहुंची पुलिस के पसीने छूट गए। इसके बाद मौके पर एक गाड़ी पीएसी बुलाई गई है। कभी भी लाठी चार्ज हो सकती है। घटना जैंत थाना क्षेत्र की है। यहां पर एक फौजी का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। घरवालों को खबर मिली तो रोते बिलखते मौके पर पहुंचे। जानकारी होने पर लोगों की भीड़ लग गई। आक्रोशित भीड़ ने हाईवे पर जाम लगा दिया। करीब तीन घंटे से कई किमी लंबा जाम लगा है। सूचना पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाकर हाईवे खाली कराने की कोशिश की। लेकिन, भीड़ मानने को तैयार नहीं है। भीड़ का काफिला बढ़ता ही जा रहा है। इसे देखकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। इसके बाद मौके पर पीएसी बल को बुलाया गया है। माहौल देखकर लग रहा है कि सीएम के आने से पहले हाईवे खाली करना काफी चुनौतीपूर्ण है। यदि ऐसा हुआ तो पीएसी कभी भी भीड़ पर लाठी चार्ज कर सकती है। उधर, सूचना मिलने पर गोवर्धन विधायक ठाकुर मेघश्याम सिंह भी मौके पर पहुंचे। लेकिन भीड़ उनकी भी बात मानने को तैयार नहीं है। मौके पर एसपी सिटी अरविंद सिंह, सीओ सिटी प्रवीण कुमार मलिक, एसडीएम मथुरा मौजूद हैं।
यह है पूरा मामला- जैंत क्षेत्र थाना में एक फौजी की ट्रेन के आगे धक्का देकर हत्या का मामला सामने आया है। फौजी का शव बुधवार सुबह रेलवे ट्रैक पर क्षत विक्षित हालत में पड़ा मिला। पहचान लोकेश प्रताप निवासी जैंत के रूप में हुई। वह वर्तमान में सेना की राजपूत रेजीमेंट मेरठ में तैनात था और रविवार रात ही छुट्टी लेकर गांव आया था। इस मामले में देर रात परिजन ने नामजदों पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव कर दिया। बड़ी संख्या में लोग कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पर जुटे रहे। सीओ सदर कुंवर आकाश सिंह ने परिजन को समझाया। मृतक के पिता लक्ष्मण सिंह ने नामजदों के खिलाफ प्रेम प्रसंग के शक में बेटे को ट्रेन के आगे धक्का देकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए सात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। लक्ष्मण सिंह ने बताया बेटा लोकेश प्रताप रविवार रात छुट्टी लेकर घर आया था। मंगलवार सुबह घर से निकल गया और शाम तक नहीं लौटा। गांव के पवन ने बताया कि लोकेश गांव निवासी हरीसिंह से फोन पर बातचीत कर कर रहा था। आरोपी भागीरथ पुत्र तोताराम, संजय, किरनपाल, हाकिम पुत्र भागीरथ, हरीसिंह पुत्र श्यामोला, गोपाल पुत्र हरिसिंह, सतीश पुत्र लक्खो ने लोकेश को हरीसिंह के घर बुलाया था। रात करीब 10 बजे तक जब लोकेश घर नहीं लौटा तो लक्ष्मण ने दूसरे पुत्र राजू को हरीसिंह के घर भेजा। राजू को देखकर हरीसिंह आग बबूला हो गया और परिवार को देख लेने की धमकी दी। कहा कि लोकेश युवती की तलाश में गया है और अपना पर्स व मोबाइल हमारे पास छोड़ गया है। बुधवार सुबह 10 बजे सूचना मिली कि लोकेश का शव भागीरथ के घर के पास रेलवे ट्रैक पर पड़ा है। सीओ सदर कुंवर आकाश सिंह ने बताया परिजन की तहरीर के आधार पर सात नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दो आरोपी संजय व भागीरथ को हिरासत में लिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि एक युवती की मां उसे जन्म देने के बाद ही खत्म हो गई थी। बचपन से ही युवती अपनी ननिहाल में रह रही थी। लोकेश प्रताप के छुट्टी आने के बाद अगले दिन ही युवती घर से गायब थी, जो अब तक नहीं मिली है।