दोनों लोकसभा क्षेत्रों से कुल 24 प्रत्याशियों का नाम निर्देशन पत्र अवैध घोषित
आजमगढ़ 07 मई। लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत जनपद में 6वें चरण के अन्तर्गत 25 मई को लोक सभा का निर्वाचन प्रस्तावित है, जिसके लिए नामांकन प्रक्रिया दिनांक 29 अप्रैल से 06 मई तक की गयी। नामांकन प्रक्रिया के दौरान जनपद के दोनों लोक सभा क्षेत्र 68-लालगंज एवं 69-आजमगढ़ के लिए प्रत्याशियों द्वारा जमा किये गये नाम निर्देशन पत्रों की आज संवीक्षा की गयी। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा के उपरान्त लोक सभा क्षेत्र 68-लालगंज के अन्तर्गत बहुजन समाज पार्टी से इन्दू चौधरी, भारतीय जनता पार्टी से नीलम, समाजवादी पार्टी से दरोगा प्रसाद सरोज, सुष्मिता सरोज निर्दल, जनता क्रान्ति पार्टी (राष्ट्रवादी) से बलिन्दर, भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी से गंगादीन एवं बहुजन मुक्ति पार्टी से राम प्यारे, इस प्रकार कुल 07 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र वैध पाये गये। इसी के साथ ही पृथ्वीराज जनशक्ति पार्टी से राजेश कुमार, आजाद समाज पार्टी से सुभाष सरोज, सुनील निर्दल एवं लोकजन समाज पार्टी से मीरा, कुल 04 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र अवैध पाये गये। लोक सभा क्षेत्र 69-आजमगढ़ के अन्तर्गत भारतीय जनता पार्टी से दिनेश लाल यादव, समाजवादी पार्टी से धर्मेन्द्र यादव, बहुजन समाज पार्टी से मशहूद अहमद, जनराज्य पार्टी से पारस यादव, पंकज कुमार यादव निर्दल, शशिधर निर्दल, मौलिक अधिकार पार्टी से रविन्द्र नाथ शर्मा, विजय कुमार निर्दल एवं मूल निवासी समाज पार्टी से महेन्द्र नाथ यादव, इस प्रकार कुल 09 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र वैध पाये गये। इसी के साथ ही सनातन संस्कृति रक्षा दल से मनोज कुमार यादव, ओम प्रकाश निर्दल, सुशील कुमार निर्दल, रामसिंह चौहान निर्दल, राष्ट्रीय जन सहयोग पार्टी से रूस्तम, भारत की लोक जिम्मेदार पार्टी से प्रकाश नारायण, राजीव निर्दल, राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रान्ति पार्टी से बद्री सिंह, उमाशंकर निर्दल, अक्षय कुमार निर्दल, सतिराम निर्दल, आम जनता पार्टी (सोशलिस्ट) से अनिल कुमार चौहान, भारतीय समता समाज पार्टी से पवन कुमार सिंह, भागीदारी पार्टी से रघुनाथ, बीना निर्दल, आजाद समाज पार्टी से दिनेश सरोज, जनता क्रान्ति पार्टी (राष्ट्रवादी) से रेनू, संतोष निर्दल, राजू यादव निर्दल, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) से सुग्रीव, इस प्रकार कुल 20 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र अवैध पाये गये।