न्यायालय की नोटिस चस्पा करने के बाद खाली हाथ वापस लौटी बिहार पुलिस
आजमगढ़। बिहार न्यायालय के आदेश पर बिहार की संस्था दी सूती हैंडिक्राफ्ट प्रोड्यूस कंपनी लिमिटेड के साथ 70 लाख, 68 हजार रुपये धोखाधड़ी कर सरकारी धन का गबन करने वाले आरोपित मुबारकपुर थाना के अलीनगर मोहल्ला निवासी मनोज कुमार विश्वकर्मा की गिरफ्तारी के लिए सोमवार को सुबह लगभग आठ बजे बिहार एवं मुबारकपुर की पुलिस ने घर पर दबिश दी। घर को खंगाला लेकिन आरोपित मनोज कुमार विश्वकर्मा भनक लगते हुए पहले हो गया था। न्यायालय की नोटिस चस्पा करने के बाद पुलिस को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। भारत सरकार ने विकास आयुक्त कार्यालय (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय की तरफ से बुनकरों के विकास एवं उत्थान के लिए वस्त्र के सामान को तैयार करने के लिए दी सूती हैंडीक्राफ्ट प्रोड्यूस कंपनी लिमिटेड के निदेशक प्रवीण चौहान निवासी गया बिहार ने टेंडर निकाला था। जिसमें बुनकरी के सामान को समयबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए 70 लाख, 68 हजार के विज्ञापन जारी किया गया, जिसमें मनोज विश्वकर्मा ने उपकरण आपूर्ति के लिए सबसे निचले स्तर की कम बोली लगाई गई। कार्यदायी संस्था से धन मुहैया करा दिया। छह माह में सामान बना कर संस्था को देने का बदस्तूर कागजातों में तय हुआ लेकिन मनोज ने पैसा लेने के बाद भी सामान उपलब्ध नहीं कराया। इस पर निदेशक प्रवीण चौहान ने थाना मुफसिल जिला गया में मनोज के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया। न्यायालय में उपस्थित न होने पर थाना मुफसिल के उप निरीक्षक संदीप चौहान दो सिपाहियों के साथ गिरफ्तार करने के लिए आरोपित के घर जा धमथे। पुलिस आने की भनक लगते ही धोखाधड़ी का माहिर मनोज फरार हो गया। एसओ मुबारकपुर निहार नंदन ने बताया कि बिहार पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर आरोपित के घर कुर्की का नोटिस चस्पा किया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए स्थानीय स्तर पर भी तलाश की जाएगी।