पहले ही प्रयास में पहुंचीं संसद, 35850 वोटों से भाजपा को हराया
वाराणसी। पूर्वांचल के 10 जिलों की 13 लोकसभा सीट से इस बार के आम चुनाव में पहली बार प्रमुख राजनीतिक दलों ने पांच महिला प्रत्याशियों पर दांव लगाया। हालांकि वर्ष 2014 से जारी रिवाज कायम रहा और लगातार तीसरी बार दो महिला प्रत्याशी ही संसद तक पहुंच पाईं। चुनाव जीतने वाली महिला प्रत्याशियों में मिर्जापुर लोकसभा से अपना दल-एस की अनुप्रिया पटेल और मछलीशहर (सु.) संसदीय क्षेत्र से प्रिया सरोज शामिल हैं। पूर्वांचल में इस बार लोकसभा चुनाव में मिर्जापुर से अपना दल-एस की अनुप्रिया पटेल, मछलीशहर (सु.) से प्रिया सरोज, राबर्ट्सगंज (लो.) से रिंकी कोल और लालगंज (सु.) से भाजपा की नीलम सोनकर और बसपा की डॉ. इंदू चौधरी प्रत्याशी थीं। अनुप्रिया पटेल को मिर्जापुर जिले के मतदाताओं ने लगातार तीसरी बार अपना प्रतिनिधि चुन कर संसद भेजा। वह पूर्वांचल की इकलौती महिला नेता हैं जो लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीती हैं। इसके अलावा प्रिया सरोज को पहले ही प्रयास में मछलीशहर (सु.) लोकसभा सीट से संसद तक का सफर तय करने का सुअवसर मिला। वहीं, तीन अन्य महिला प्रत्याशियों रिंकी कोल, नीलम सोनकर और डॉ. इंदू चौधरी को उनके लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने खारिज कर दिया। पूर्वांचल के 10 जिलों से 1952 से लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव तक महज छह महिलाएं ही आठ बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद तक पहुंच पाई। पूर्वांचल में पहली बार आजमगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की मोहसिना किदवई वर्ष 1978 का उपचुनाव जीती थीं। फिर, छह वर्ष बाद 1984 में चंदौली लोकसभा क्षेत्र से दिग्गज कांग्रेसी रहे पंडित कमलापति त्रिपाठी की बहू चंद्रा त्रिपाठी ने कांग्रेस के सिंबल पर आम चुनाव में जीत दर्ज की थी। इसके बाद वर्ष 1996 में दस्यु सुंदरी फूलन देवी मिर्जापुर लोकसभा सीट से सपा के सिंबल पर चुनाव जीतीं। वर्ष 1999 का आम चुनाव फूलन देवी समाजवादी पार्टी के सिंबल पर पुनः मिर्जापुर से जीतीं। वर्ष 2014 के आम चुनाव हुए तो मिर्जापुर से अपना दल-एस की अनुप्रिया पटेल और लालगंज (सु.) लोकसभा सीट से भाजपा की नीलम सोनकर सांसद चुनी गईं। वर्ष 2019 के आम चुनाव में मिर्जापुर से एक बार फिर अनुप्रिया पटेल और लालगंज (सु.) सीट से बसपा की संगीता आजाद सांसद चुनी गईं।