थाने के अंदर प्रशिक्षु दरोगा ने खुद को पिस्टल से उड़ाया

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सुसाइड नोट से वजह आई सामने

बाराबंकी। बाराबंकी के कोठी थाना क्षेत्र के अंदर दिनदहाड़े एक 26 साल के दरोगा ने सरकारी पिस्टल से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। गोली उसके दाहिनी कनपटी को चीरते हुए दूसरी ओर निकल गई। कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें माइग्रेन नामक बीमारी से आत्महत्या का उल्लेख है। मौके पर पहुंचे एसपी दिनेश कुमार सिंह ने पड़ताल की। पुलिस के अनुसार कानपुर जिले के मूल निवासी अरुण कुमार यादव (26) वर्ष 2023 बैच के दरोगा थे। बीते मार्च महीने में ही जिले में पोस्टिंग के बाद प्रशिक्षु दरोगा के रूप में कोठी थाने में तैनात किया गया था। जहां कानपुर के निवासी ही दूसरे प्रशिक्षु दरोगा विशेष कुमार की भी पोस्टिंग हुई थी। दोनों थाने में एक ही कमरे में रहते थे। बुधवार की शाम करीब चार बजे विशेष कुमार ने कमरे का दरवाजा खटखटाया मगर कोई रिस्पांस नहीं मिला। शाम पौने पांच बजे भी यही हाल रहा तो एसएचओ संतोष सिंह को सूचना दी गई। दरवाजा तोड़कर पुलिसकर्मी अंदर पहुंचे तो अरूण का शव पड़ा था। पास में ही काफी खून बिखरा था और पिस्टल पड़ी थी। इससे कोठी थाने में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर एसपी समेत सभी पुलिस अधिकारी आनन फानन मौके पर पहुंच गए। कानपुर में रह रहे परिजनों को सूचना दी गई। फॉरेंसिक टीम भी पहुंची। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अरूण अविवाहित था। गोली कनपटी में लगी है जो चीरते हुए दूसरी ओर निकल गई। सुसाइड नोट में माइग्रेन नामक बीमारी का उल्लेख किया गया है। जांच की जा रही है। इनका पिता दरोगा है तो भाई फतेहपुर जिले में दीवान है। कोठी थाने में खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले दरोगा अरुण कुमार यादव कानपुर नगर जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के 1621 लवकुशपुरम के निवासी थे। इनके पिता सुरेन्द्र सिंह यादव भी दरोगा हैं। एसपी ने बताया कि अरुण व उसके दोस्त प्रशिक्षु दरोगा विशेष कुमार कुरील ने बुधवार सुबह साथ में खाना खाया था। विशेष ने भी बताया कि मृतक माइग्रेन की समस्या से ग्रसित थे।

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