25 लाख रुपये की अनियमितता के मामले में हुई कार्रवाई
मनरेगा के 77 डबल जाबकार्ड धारकों को नियम विरुद्ध हुआ भुगतान
आजमगढ़। विकास खंड अजमतगढ़ की ग्राम पंचायत दाउदपुर में जाबकार्ड धारकों के भुगतान में वित्तीय अनियमिता बरतने के आरोपित छह रोजगार सेवकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। प्रधान और सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। गबन की गई लगभग 25 लाख रुपये की धनराशि की वसूली प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक से करने के लिए भी नोटिस जारी किया गया है। वित्तीय वर्ष 2014-15 से लेकर 2024 25 तक ग्राम पंचायत में पंजीकृत जाबकार्ड धारकों के किए गए भुगतान में भारी अनियमितता बरती गई है। 77 डबल जाब कार्ड बनाकर शासन से जारी नियमों के विपरीत अनुचित तरीके से लोगों को लाभ पहुंचाया गया। तीन मृतक लोगों के खाते में भी मनरेगा का भुगतान किया गया। गांव के ही एक व्यक्ति ने इसकी शिकायत काफी दिन पहले उच्चाधिकारियों से की लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से यह मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। उच्च न्यायालय के आदेश पर जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने श्रम आयुक्त और संयुक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक अधिकारी की टीम गठित कर जांच कराई। जांच में आरोप सही पाए गए। सोमवार को खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा ने प्रधान,सचिव समेत आठ लोगों पर जीयनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। मंगलवार को उपायुक्त श्रम एवं रोजगार राम उदरेज यादव ने रोजगार सेवक अमरजीत चौधरी, दीपक यादव, शुभम यादव, भारत चौबे, घनश्याम और मधुबाला यादव की सेवा समाप्त कर दी। बीडीओ अजमतगढ़ जितेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। गबन की गई धनराशि की वसूली के लिए भी विधिक प्रक्रिया अपनाते हुए रिकवरी का नोटिस जारी किया जा रहा है।