आजमगढ़: अखिलेश का पाप धो रही है यूपी-अनिल राजभर

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हाथरस की घटना पर बोले अगर बाबा दोषी होंगे तो होगी कार्रवाई

आजमगढ़। भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय पर डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस 23 जून से उनके जन्मदिवस 6 जून तक चल रहे सेवा पखवाड़ा के तहत विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार अनिल राजभर उपस्थित रहे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण पाल के साथ कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक भी किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार अनिल राजभर ने कहा कि देश ही नहीं दुनिया के लिए एक उदाहरण है कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी मात्र 33 वर्ष की आयु में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के कुलपति बने। विद्वता का पैमाना थे डा श्याम प्रसाद मुखर्जी। जब 1947 में पहले सरकार का गठन हुआ तो डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी कैबिनेट मंत्री बने लेकिन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सरकार जब दिशा से भटकने लगी तब 1950 में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू जी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और 1951 में उन्होंने जन संघ की स्थापना की उसके 1 वर्ष बाद 1952 में जब देश में लोकसभा का पहला आम चुनाव हुआ तो 3 सांसद जन संघ के जीतकर देश की संसद में पहुंचे। लेकिन 23 जून 1953 उनका बलिदान क्यों हुआ यह देश को जानने और समझने की आवश्यकता है। हम हमेशा कहते थे जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है और और उनके संकल्प को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाकर पूरा किया। कांग्रेस ने अपने 60 वर्षों के शासनकाल में 80 बार संविधान को संशोधित करने का काम किया। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने उनको कभी पसंद नहीं किया और जब देश का बंटवारा धर्म के आधार पर हो रहा था तो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने हीं आवाज बुलंद करने का काम किया कि यदि भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हो रहा है तो हिंदुस्तान में एक भी मुसलमान नहीं रहना चाहिए। राहुल गांधी संसद में हिंदुओं की बात कर रहे हैं उनसे पूछना चाहिए कि उन्होंने धर्म परिवर्तन कब किया और धर्म परिवर्तन करके कब हिंदू बन गए यदि उन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो उनके खून में ही हिंदुओं का विरोध है। उत्तर प्रदेश में चार बार की सपा सरकार के दलित और पिछड़ों का सबसे ज्यादा नुकसान किया। जब देश के अंदर मंडल कमीशन आया जब पिछड़ा अन्य पिछड़ा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के आधार पर जातियों को सूचीबद्ध किया जा रहा था तब गलत तरीके से सूचीबद्ध करने का काम 1989 में मुलायम सिंह जी ने कराया। दलितों और पिछड़ों के सबसे बड़े दुश्मन समाजवादी पार्टी के लोग हैं दलित और पिछड़ों के हक को छीनने का काम समाजवादी पार्टी ने किया है। मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि यूपी अखिलेश का पाप धो रहा है। धीरे-धीरे हमारी सरकार सारी व्यवस्था को ठीक कर रही हैं। हाथरस में जो घटना हुई है उसके पीछे पूरी तरह से आयोजक जिम्मेदार हैं। कार्यक्रम में जितने लोगों को आना था उसकी परमिशन ली गई थी पर भीड़ अचानक से अधिक बुला ली गई। निश्चित रूप से यह घटना दुःखद है। उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में यदि बाबा की संलिप्तता पाई जाती है तो यूपी सरकार द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर श्रीकृष्ण पाल, जयंत सिंह देवेंद्र सिंह अवनीश मिश्रा नन्हकू नाम सरोज विनोद उपाध्याय, डा श्याम नारायण सिंह, माहेश्वरी कांत पाण्डेय,बबीता जसरासरिया, पूनम सिंह विभा बरनवाल, आनंद सिंह महेंद्र मौर्य विनय गुप्ता मृगांक शेखर सिन्हा, अवनीश चतुर्वेदी मौजूद रहे।

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