20 मिनट तक गांव में रहे और लोगों को दिलाया भरोसा
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को लखीमपुर खीरी और पीलीभीत के गांव में आई बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे। सीएम योगी ने पानी में पूरी तरह डूबे महादेव गांव पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों का दर्द बांटा। सीएम मोटरबोट से उस गांव तक गए, जहां कभी स्थानीय अफसर व जनप्रतिनिधि भी जाने की हिम्मत नहीं कर सके। सीएम करीब 20 मिनट तक उस गांव में रहे और लोगों को भरोसा दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं। गांव वाले भी प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर दर्द भूल चुके थे। गांव वालों ने कहा कि वे दशकों से बाढ़ का दंश झेल रहे हैं। पर आज तक उनका दर्द बांटने के लिए कोई बड़ा अफसर नहीं आया। आज सीएम आए हैं तो उम्मीद बंधी है कि अब फसलों का मुआवजा भी मिल सकेगा। शारदानगर में बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर उतरा। वह उस जगह तक आए, जहां उनको बाढ़ पीड़ितों को राहत किट बांटनी थी। किट वितरण के बाद संक्षिप्त ब्रीफिंग के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सीधे महादेव गांव पहुंचा। उनके साथ जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कमिश्नर रोशन जैकब, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और विधायक शशांक वर्मा भी थे। महादेव गांव पूरी तरह से बाढ़ में डूबा है। गांव के रास्तों पर पानी की इतनी धार चल रही है कि गांव दिखाई ही नहीं देता। गांव के तमाम लोग घर छोड़कर सड़क पर आ गए हैं। इस गांव तक आने वाली सड़क जर्जर और जगह-जगह कटी हुई है। बुधवार को मुख्यमंत्री यहीं पहुंचे। इसके बाद मोटरबोट पर बैठकर वह गांव तक गए। गांव में 319 परिवार हैं। इनमें से ज्यादातर दर-बदर हो चुके हैं। सीएम ने गांव वालों को पूरा भरोसा दिया। गांव वालों ने भी मुख्यमंत्री से स्थायी समाधान की उम्मीद जताई। सीएम ने बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि वह चिंता न करें। आपदा की इस घड़ी में सरकार आपके साथ खड़ी है। हर संभव मदद और सहयोग उन तक पहुंचाया जाएगा। अधिकारियों से राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद में कोई कोर कसर न छोड़ी जाए। इस गांव के उत्तम कुमार फलाहारी ने बताया कि हम लोग दशकों से बाढ़ में जिंदगी जी रहे हैं। हमारा हाल पूछने आज तक कोई नहीं आया। पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद हमारे गांव तक आए हैं। अब पूरी उम्मीद है कि हमें फसल का मुआवजा भी मिलेगा। यहीं के सरैया गांव के सरताज ने बताया कि अब अधिकारियों को हमारी मदद करनी होगी। सीएम ने खुद हमारी हालत देख ली है। सीएम के गांव आने के बाद हमको यकीन है कि जल्द ही हमारी फसलों का मुआवजा मिल सकेगा।