आजमगढ़ : सर्वोदय महिला महाविद्यालय में विजन फॉर विकसित भारत शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता का हु़आ पोस्टर विमोचन

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युवा पीढ़ी ही विकसित भारत का मुख्य आधार- प्रो0 प्रदीप कुमार शर्मा

आजमगढ़। भारतीय शिक्षण मंडल युवा आयाम द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता " विजन फॉर विकसित भारत" का पोस्टर विमोचन महाराजा सुहेलदेव विश्विद्यालय आज़मगढ़ के मा0 कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार शर्मा के द्वारा ,कैम्प कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख डॉ अनिल कुमार सिंह,भारतीय शिक्षण मंडल गोरक्ष के प्रांत मंत्री प्रदीप सिंह,अंजनी कुमार द्विवेदी ( प्रांत सह शैक्षिक प्रकल्प प्रमुख )भारतीय शिक्षण मंडल गोरक्ष प्रांत और भारतीय शिक्षण मंडल गोरक्ष प्रांत के युवा आयाम सह प्रमुख डॉ पंकज सिंह,डॉ0 प्रकाश चंद श्रीवास्तव,सर्वोदय महाविद्यालय के प्रबंधक राजेन्द्र प्रसाद यादव,डॉ0 संतोष सिंह, डॉ0 उमेश पाण्डेय एवं एन सी सी,एन एस एस, रोवर्स रेंजर्स के छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे। यह शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता चार स्तरों पर आयोजित की जा रही है। जिसमें स्नातक स्तर , परास्नातक स्तर, रिसर्च स्कॉलर और एक ओपन कैटेगरी जिसमे 40 वर्ष से नीचे का कोई भी प्रतिभागी शोध पत्र लिख सकते हैं ।प्रांत स्तर पर चयनित शोधार्थी SGT विश्वविद्यालय गुरुग्राम हरियाणा में नेशनल रिसर्च कांक्लेव में 15 से 17 नवंबर तक प्रतिभाग करेंगे जिसमें देश भर से लगभग 1000 शोधार्थी, विषय विशेषज्ञ, उद्योगपति और देश विदेश की प्रतिष्ठित हस्तियां सम्मिलित होगी। राष्ट्रीय स्तर पर स्तर पर चयनित शोधार्थियों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों जैसे डीआरडीओ ,इसरो आदि में शोध करने का अवसर प्राप्त होगा। शोध पत्र लेखन प्रतियगिता का पंजीयन 17 अप्रैल से प्रारंभ हो गया है और 31 जुलाई तक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ऑनलाइन www.bsmbharat.org पर किया जा सकता है तथा ऑनलाइन शोध पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2024 है 11 विषय तथा 55 उपविषय पर शोध पत्र लिखा जा सकता है जिसकी सूची भारतीय शिक्षण मंडल की वेबसाइट पर उपलब्ध है। चयनित शोध पत्रों का प्रकाशन प्रांत स्तर पर I SBN पत्रिका या भारतीय शिक्षण मंडल के यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त जर्नल में किया जाएगा। इस अवसर पर अपने संदेश में, मा0 कुलपति जी ने कहा कि विश्व गुरु भारत के विकसित भारत बनने में युवा पीढ़ी का ही गुरुत्तर दायित्व है, युवा वर्ग की अखंड ऊर्जा और पावन संकल्प ही 2047 तक संकल्पित विकसित भारत का मुख्य आधार बनेगा। विशिष्ट अतिथि डॉ0 अनिल ने युवा पीढ़ी के शिक्षित,संकल्पित और अनुशासित भाव को ही विकसित भारत का तन्त्रिका तंत्र बताया। प्रबन्धक राजेन्द्र प्रसाद यादव ने आये हुए अतिथियों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी का संचालन डॉ0 पंकज सिंह ने किया।

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