आजमगढ़ : मण्डलायुक्त ने चार अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोका

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मण्डलीय समीक्षा बैठक में अनुपस्थित होने पर की कार्रवाई
खराब रैंकिंग वाले विभागों को अपेक्षित प्रगति लाने का दिया निर्देश



आजमगढ़। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने मंगलवार को आयुक्त सभागार में आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए निर्देश दिया है कि जिन विभागों की रैंकिंग खराब है, वे तत्काल इस ओर ध्यान देकर अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित करें, ताकि जनपद एवं मण्डल की रैंकिंग में अपेक्षित सुधार हो सके। मुख्यमन्त्री डैशबोर्ड के आधार पर आयोजित उक्त समीक्षा बैठक में मण्डल के जनपदों में विकास कार्यों में हुई प्रगति की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि गलत डाटा फीडिंग के कारण कतिपय विभागों की वास्तविक प्रगति स्पष्ट नहीं है। इस सम्बन्ध में उन्होंने तीनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को इस ओर विशेष ध्यान देकर सही डाटा फीड कराने का निर्देश दिया। इसी क्रम में उन्होंने सभी मण्डलीय अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि अपने अपने विभाग से सम्बन्धित अद्यतन प्रगति का नियमित रूप से परीक्षण करते हुए डाटा फीडिंग की कार्यवाही सुनिश्चित करायें। उक्त मण्डलीय समीक्षा बैठक में चार अधिकारी एडी बेसिक, उप श्रमायुक्त, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी तथा प्रबन्धक, डेयरी बिना अवगत कराये अनुपस्थित थे। मण्डलायुक्त ने इसपर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने विकास कार्यक्रमों की बिन्दुवार समीक्षा में पाया कि डे एनआरएलएम में आजमगढ़ की प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष नहीं है। उन्होंने निर्देश दिया कि आगामी माह तक इसमें लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति लाई जाय। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा के दौरान तीनों जनपद के जिलाधिकारियों से कहा कि एम्बूलेंस 102 एवं एम्बूलेंस 108 से सम्बन्धित लॉगबुक को चेक करायें, ताकि इनकी दैनिक उपयोगिता की स्थिति स्पष्ट हो सके। मण्डलायुक्त ने इसी क्रम में अपर निदेशक, स्वास्थ्य को निर्देश दिया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से बच्चों का नियमित रूप से टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि बायो मेडिकल उपकरण की नियमित रूप से समीक्षा करें, यदि कोई उपकरण खराब हैं तो उसे तत्काल ठीक कराकर क्रियाशील बनायें, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान अधीक्षण अभियन्ता, जल निगम-ग्रामीण को निर्देश दिया कि यदि जनपदों हेतु लक्ष्य का निर्धारण सही नहीं किया गया है तो उसे संशोधित कराने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं भूमि विवाद का प्रकरण हो तो सम्बन्धित जिलाधिकारी को अवगत करायें। इसके साथ ही जनपदों में कनेक्शन देने की गति को भी बढ़ाया जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि पाइपलाइन बिछाने बाद काटी गयी सड़कों को अनिवार्य रूप से ठीक कराया जाय। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 को मिशन मोड में पूर्ण कराने हेतु उप निदेशक, पंचायत को निर्देश दिया। उन्होंने जनपद आजमगढ़ में विद्यालयों का निरीक्षण लक्ष्य से कम पाये जाने पर जिलाधिकारी आजमगढ़ से कहा कि इस ओर ध्यान देते हुए लक्ष्य के सापेक्ष विद्यालयों का निरीक्षण करायें। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने तीनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि एनआरएलएम समूहों को मत्स्य पालन एवं पोल्ट्री से जोड़ने हेतु प्रेरित किया जाय। बैठक में उद्यान, उर्जा, कृषि, ग्रामीण अभियन्त्रण, दिव्यांगजन सशक्तीकरण, पशु पालन आदि विभागों की विस्तार से समीक्षा की गयी। इस अवसर पर जिलाधिकारी आजमगढ़ विशाल भारद्वाज, जिलाधिकारी बलिया प्रवीण कुमार लक्षकार, जिलाधिकारी मऊ प्रवीण मिश्र, सीडीओ बलिया ओजस्वी राज, सीडीओ मऊ प्रशान्त नागर, अपर आयुक्त-प्रशासन केके अवस्थी, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, डीसी मनरेगा आजमगढ़ राम उदरेज यादव, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या अधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव व हेमन्त कुमार, मुख्य अभियन्ता विद्युत, संयुक्त आयुक्त उद्योग, उप निदेशक, समाज कल्याण सहित अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।

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