आजमगढ़ : फिल्म बनाने के नाम पर अधिवक्ता से तीस लाख की ठगी

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मुख्य आरोपित चढ़ा पुलिस के हत्थे
रिपोर्ट : वेद प्रकाश सिंह 'लल्ला'



आजमगढ़। प्रयागराज उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता को फिल्म निर्माता बनने का ख्वाब दिखाकर फिल्म निर्माण में निवेश करने के लिए 50 लाख रुपयों की आवश्यकता बताते हुए उन्हें नकली कीमती धातु थमा कर जालसाजों ने उनसे तीस लाख रुपये ऐंठ लिए। कीमती धातु के नाम पर मिले तांबे के लोटे को देख ठगी के शिकार हुए अधिवक्ता ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। गंभीरपुर पुलिस ने शनिवार को दिन में क्षेत्र के दयालपुर मोड़ से इस मामले में आरोपित कथित फिल्म निर्माता को गिरफ्तार कर लिया।

गंभीरपुर थाना क्षेत्र के सिंघड़ा ग्राम निवासी एवं उच्च न्यायालय के अधिवक्ता प्रेम प्रकाश यादव ने शुक्रवार को स्थानीय थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पीड़ित अधिवक्ता का आरोप है कि महाराष्ट्र के नवी मुंबई क्षेत्र स्थित वासी के नक्षत्र सोसायटी निवासी विनोद विष्ट खुद को फिल्म निर्माता बताते हुए हमसे जान-पहचान बढ़ाया और फिल्म निर्माण में धन निवेश कर बड़ा लाभ कमाने का झांसा दिया। बातचीत के क्रम में विनोद विष्ट तथा उनके तीन अन्य सहयोगी मथुरा जनपद निवासी अविनाश, वीरेंद्र सिंह एवं जगमोहन सिंह से मुलाकात हुई तो सभी ने फिल्म निर्माण में 50 लाख रुपए की जरूरत बताते हुए अपने साथ लाए नकली बेशकीमती धातु को गिरवी रख उसके एवज में पैसों का इंतजाम करने को कहा। उनकी बातों में आकर पीड़ित अधिवक्ता ने उक्त बेशकीमती धातु को अपने पास रखकर आरोपित के बताए गए बैंक एकाउंट में कई किश्तों में कुल तीस लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ समय बाद जब अधिवक्ता ने अपने पास गिरवी रखे बेशकीमती धातु को परखने की कोशिश की तो तांबे का लोटा देख उन्हें खुद के साथ हुई ठगी की जानकारी हुई। पीड़ित अधिवक्ता की तहरीर पर आरोपित किए गए चार लोगों के खिलाफ गंभीरपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने शनिवार को दिन में मिली सूचना के आधार पर जिले में आए मुख्य आरोपित विनोद विष्ट को गिरफ्तार कर लिया।

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