आजमगढ़ : एसकेडी में शान से लहराया तिरंगा, मना आजादी का उत्सव

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हमारे देश का अतीत काफी समृद्धशाली रहा जिसके कारण इसे सोने की चिड़िया के रूप में जाना जाता था-विजय बहादुर सिंह, संस्थापक




आजमगढ़। जहानागंज क्षेत्र के धनहुंआ स्थित एसकेडी विद्या मन्दिर एवं एसकेडी इण्टर कालेज में 78वा स्वतंत्रता दिवस काफी धूम धाम से मनाया गया। विद्यालय के छात्र/छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये विभिन्न कार्यक्रमों से उपस्थित लोग देश प्रेम की भावना से ओत प्रोत हो गये ।
कार्यक्रम की शुरूआत एसकेडी एजुकेशनल ग्रुप के संस्थापक विजय बहादुर सिंह द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुई। राष्ट्रगान, झंडागीत के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जो श्रृंखला शुरू हुई वह लोगों में देशभक्ति का जज्बा भरते हुए काफी देर तक चलती रही। गायन, भाषण, नाटक, लोकनृत्य सहित विभिन्न सांस्कृतिक विधाओं में की प्रस्तुतियों को लोगों द्वारा काफी सराहा गया। एसकेडी विद्या मन्दिर में वैभव श्रीवास्तव एवं टीम द्वारा सन्देशे आते हैं की थीम पर की गयी प्रस्तुति लोगों के दिल को छू गयी। लोवर क्लास से दिव्यांशी एण्ड टीम की प्रस्तुति फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी काफी अच्छी रही। अंजली, विशाल, राजवीर, भर्गवी, आयुशी, मनस्वी, सृष्टि, सूर्यांश, श्रृजा की प्रस्तुति भी काफी सराहनीय रही। एसकेडी इण्टर कालेज में पीहू चौबे, श्रेजल, अनुष्का, निधि की प्रस्तुति लोगों को खूब भायी।
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि विजय बहादुर सिंह ने कहा कि हमारे देश का अतीत काफी समृद्धशाली रहा जिसके कारण इसे सोने की चिड़िया के रूप में जाना जाता था लेकिन समय समय पर विभिन्न विदेशी लुटेरों ने इस धरा पर अपना तांडव मचाया। इसके बाद भी अंग्रेजो से आजाद होते हुए आज देश दिनोंदिन उन्नति की राह पर बढ़ रहा है और पूरे विश्व में अपना डंका बजा रहा है। इसके बावजूद भी अनेक चुनौतियां है जिनसे निपटने के लिए देश के सभी नागरिकों को तत्पर रहना होगा। विद्यालय के प्रधानाचार्य कुंवर आलोक सिंह ने कहा कि आजादी का पर्व हमें उन वीर शहीदों की याद दिलाता है जिन्होने अपने जान की कुर्बानी देते हुए देश को आजाद कराया। एसकेडी इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य केके सरन ने भी अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीकान्त सिंह, संतोष, दिनेश, संजय, अनन्त, नेहा, वर्तिका, विद्योतमा, प्रियंका,रूबी आदि का अहम योगदान रहा।

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