आजमगढ़। देवगांव कोतवाली क्षेत्र के पल्हना मुख्य मार्ग स्थित लालगंज मसीरपुर बाजार में कुछ दिन पूर्व हुई प्रसूता की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को अस्पताल की जांच कर उसे सीज करते हुए अस्पताल संचालक व डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया। देवगांव कोतवाली क्षेत्र के पल्हना मुख्य मार्ग स्थित लालगंज मसीरपुर बाजार में 30 जुलाई सोमवार की दोपहर को विश्वकर्मा अस्पताल में प्रसव के दौरान प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी और डिलवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल किया। जिसके बाद अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने जबरदस्ती प्रसूता के शव को अपने एबुंलेस से उसके घर पहुंचाकर फरार हो गए। परिजनों ने पुलिस को फोन कर घटना से अवगत कराया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतिका के पति विजय कुमार ने डॉक्टर बीएल विश्वकर्मा पर इलााज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ डाक्टर अशोक कुमार से शिकायत की। सीएमओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो सदस्यी टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए। दोपहर को जांच करने दो सदस्यी टीम एसीएमओ डॉक्टर अरविंद चौधरी और डॉक्टर लालगंज सीएचसी प्रभारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और चौकी प्रभारी अमित कुमार द्वारा विश्वकर्मा अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल में हड़कंप मच गया। मौका पाते ही डॉक्टर अस्पताल छोड़कर फरार हो गया। जांच टीम ने मौजूद स्टाफ से अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सहित अन्य कागजात मांगे तो पता चला कि अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं है और कोई कागजात स्टाफ नहीं दिखा पाए। इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया और डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए अन्य अधिकारियों के माध्यम से करवाई किया। इस छापेमारी से लालगंज में अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, अस्पताल संचालक पैथोलॉजी की दुकान बंद कर फरार हो गए। एसीएमओ डॉक्टर अरविंद चौधरी ने बताया कि काफी लंबे समय से विश्वकर्मा हास्पिटल अवैध रूप से संचालित हो रहा था, पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की गई। क्षेत्र में और भी अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं हॉस्पिटलों के खिलाफ अभियान चलाकर जांच की जाएगी।
आजमगढ़ : स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को किया सीज, मुकदमा दर्ज
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Sunday, August 25, 2024
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आजमगढ़। देवगांव कोतवाली क्षेत्र के पल्हना मुख्य मार्ग स्थित लालगंज मसीरपुर बाजार में कुछ दिन पूर्व हुई प्रसूता की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को अस्पताल की जांच कर उसे सीज करते हुए अस्पताल संचालक व डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया। देवगांव कोतवाली क्षेत्र के पल्हना मुख्य मार्ग स्थित लालगंज मसीरपुर बाजार में 30 जुलाई सोमवार की दोपहर को विश्वकर्मा अस्पताल में प्रसव के दौरान प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी और डिलवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल किया। जिसके बाद अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने जबरदस्ती प्रसूता के शव को अपने एबुंलेस से उसके घर पहुंचाकर फरार हो गए। परिजनों ने पुलिस को फोन कर घटना से अवगत कराया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतिका के पति विजय कुमार ने डॉक्टर बीएल विश्वकर्मा पर इलााज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ डाक्टर अशोक कुमार से शिकायत की। सीएमओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो सदस्यी टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए। दोपहर को जांच करने दो सदस्यी टीम एसीएमओ डॉक्टर अरविंद चौधरी और डॉक्टर लालगंज सीएचसी प्रभारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और चौकी प्रभारी अमित कुमार द्वारा विश्वकर्मा अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल में हड़कंप मच गया। मौका पाते ही डॉक्टर अस्पताल छोड़कर फरार हो गया। जांच टीम ने मौजूद स्टाफ से अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सहित अन्य कागजात मांगे तो पता चला कि अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं है और कोई कागजात स्टाफ नहीं दिखा पाए। इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया और डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए अन्य अधिकारियों के माध्यम से करवाई किया। इस छापेमारी से लालगंज में अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, अस्पताल संचालक पैथोलॉजी की दुकान बंद कर फरार हो गए। एसीएमओ डॉक्टर अरविंद चौधरी ने बताया कि काफी लंबे समय से विश्वकर्मा हास्पिटल अवैध रूप से संचालित हो रहा था, पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की गई। क्षेत्र में और भी अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं हॉस्पिटलों के खिलाफ अभियान चलाकर जांच की जाएगी।
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