गंभीर हालत में पीजीआई चक्रपानपुर में कराया गया भर्ती
रिपोर्ट : शाह आलम फराही
आजमगढ़। जनपद के फरिहा गांव में कुछ हफ्ते पहले डिप्थीरिया रोग से दो बच्चों की मौत हो गई थी। इसकी जानकारी होने पर सीएमओ के साथ दर्जनों डॉक्टरों की टीम फरिहा गांव में पहुंची। टीम ने गांव में कैंप लगाकर एक से 14 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया गया था। वहीं सोमवार को एक बच्चा और एक लड़की फिर संदिग्ध डिप्थीरिया से पीड़ित मिला। जिसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चक्रपानपुर में भर्ती कराया गया है। बताते चलें कि टीकाकरण के बाद कुछ दिन पहले फरिहा गांव में छह वर्षीय हादिया पुत्री तारिक का गला सूज गया और बुखार हो गया। परिजन उसे लेकर निजी अस्पताल गए जहां चिकित्सकों ने उसे पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। जहां उसका उपचार हो रहा है। वहीं सोमवार को दूसरा बच्चा मोहम्मद साद (6) पुत्र रब्बानी निवासी सवाई मोहल्ला फरिहा के गले में सूजन और खराश की शिकायत हुई। इसके साथ असमा पुत्री सग़ीर 17 वर्ष फरिहा को भी डिप्थीरिया की बिमारी की चपेट में आने से PGI में भर्ती कराया गया है। टीकाकरण अभियान में असमा भी टीका लगवाने गई थी लेकिन डाक्टरों ने आधार कार्ड देखा तो कहा की तुम 17 वर्ष की हो इस कारण तुम को टीका नहीं लगेगा। इस बाबत सीएमओ आजमगढ़ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हाई रिस्क एरिया में 17 साल के लोगों को भी टीका लगाया जा सकता है। वही रानी की सराय ब्लॉक के चिकित्सा अधीक्षक मनीष तिवारी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि 16 साल की उम्र के लिए लगने के लिए टीडी नामक टीका आता है, उससे ऊपर के उम्र के लिए हमारे पास टीके की व्यवस्था नहीं है। इस बात से यह प्रतीत हो रहा है कि फरिहा में कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी कमी की जा रही है।