दो दिन में ही बदली होनहार रश्मि यादव की पूरी जिंदगी
जौनपुर। मेहनत वो रंग लाती है जिससे इतिहास रचता है...यह पंक्ति उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी रश्मि यादव पर सटीक बैठती है. पीसीएस रश्मि की कहानी बेहद ही रोचक और प्रेरक है. एक किसान परिवार में पली-बढ़ीं रश्मि यादव की कामयाबी की कहानी हजारों युवाओं को प्रेरित कर सकती है. यह रश्मि यादव की मेहनत का ही नतीजा था कि उन्होंने एक नहीं बल्कि दो-दो बार पीसीएस एग्जाम को पास किया. पहली बार उन्हें एक्साइज इंस्पेक्टर के लिए चुना गया, जबकि दूसरी बार वह एसडीएम बनीं. आपको बता दें कि रश्मि यादव जौनपुर जिले में बदलापुर कस्बे के एक छोटे से गांव सीड की रहने वाली हैं. रश्मि यादव के पिता हरिश्चंद्र यादव खेती-बारी करते हैं, जबकि मां एएनएम हैं. उन्होंने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई हरिहर सिंह पब्लिक स्कूल से और फिर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी की. ग्रेजुएशन खत्म होने के बाद रश्मि यादव ने सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी शुरू की. उन्हें पहली कामयाबी साल 2021 में मिली. उन्होंने यूपी पीसीएस 2021 पास की और उनका सेलेक्शन एक्साइज इंस्पेक्टर पद पर हुआ. बता दें कि रश्मि के एक्साइज इंस्पेक्टर पद पर जॉइन करने के दो दिन बाद ही यूपी पीसीएस 2022 का रिजल्ट आ आ गया. इसमें रश्मि यादव ने 26वीं रैंक हासिल की और उनका चयन एसडीएम पद पर हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रश्मि के बड़े भाई नवनीत यादव और छोटे भाई अवनीश भी प्रयागराज में तैयारी कर रहे हैं।