भाजयुमों जिलाध्यक्ष ने लिपिक को हटाने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
आजमगढ़। यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर डीआईओएस द्वारा परीक्षा प्रभारी बनाए गए लिपिक को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने डीएम को पत्र भेजकर उन्हें हटाने की मांग की गई थी। वहीं अब भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ डीएम से मिलकर नगर अध्यक्ष ने उक्त लिपिक को हटाने की मांग की गई है। नगर अध्यक्ष मृगांक शेखर सिन्हा ने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उमाकांत यादव को बोर्ड परीक्षा व अन्य परीक्षा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण कार्य दिया गया है। जबकि 20 अक्तूबर को बोर्ड द्वारा विद्यालय की भौतिक अवस्थापनाओं से सम्बन्धी फीडिंग का काम पूरा करना था। सरकार के इतने महत्वपूर्ण कार्य को हल्के में लेते हुए दो दिन पहले ही शाम में पटल का प्रभार बदल दिया गया है जो संदेह की स्थिति खड़ा कर रहा है। विद्यालय प्रबंधकों द्वारा सूचना प्राप्त होने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक से वार्ता करने पर पता चला कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी कि उस आशुलिपिक पर दुरुपयोग तथा उच्चाधिकारियों को धोखे में रखने का गंभीर आरोप लगा है। 21 अक्तूबर तक उक्त आरोप की पुष्टि कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक उक्त कर्मचारी के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं कि गयी है और बोर्ड परीक्षा का कार्य उसी कर्मचारी से कराया जा रहा है। उन्होंने डीएम से अनुरोध किया कि बोर्ड परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य की जिम्मेदारी किसी अन्य कर्मचारी को सौंपी जाए। जिससे परीक्षा का कार्य सुचिता से संपन्न हो सके।