ग्वालियर। ग्वालियर में आज असेम्बली ऑफ एमपी जर्नलिस्ट की संभागीय बैठक में पत्रकारों के हित और उनकी समस्याओं पर गहन चर्चा हुई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने कहा, *"पत्रकारिता करना आज चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन हमें अपने मूल सिद्धांतों पर अडिग रहना चाहिए।"* संगठन प्रदेशभर के पत्रकारों के कल्याण और उनके अधिकारों के लिए सतत कार्यरत है।
बैठक की मुख्य बातें:
1. प्रस्ताव और सुधार:
- आयुष्मान योजना का लाभ पत्रकारों को दिलाने की पहल।
- सभी अस्पतालों में पत्रकार वार्ड बनाए जाने का प्रस्ताव।
- सम्मान निधि की राशि 30,000 रुपये करने और छोटे अखबारों को साल में कम से कम 6 विज्ञापन देने की सिफारिश।
2. नई योजनाओं की घोषणा:
- पत्रकारों के लिए प्रशिक्षण, डिप्लोमा, और सर्टिफिकेट देने की योजना।
- शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन जल्द होगा।
3. महिला पत्रकारों के लिए विशेष मांग:
- मुख्यमंत्री से महिला पत्रकारों के लिए 58 वर्ष की आयु में सम्मान निधि की स्वीकृति का अनुरोध।
संगठन की गतिविधियां और योगदान:
प्रदेश महासचिव प्रबाल सक्सेना ने कहा कि असेम्बली ऑफ एमपी जर्नलिस्ट प्रदेश का सबसे बड़ा पत्रकार संगठन बन गया है, जिसकी पहुंच हर जिले, विधानसभा, और ब्लॉक स्तर तक है। उन्होंने जल्द ही नए सदस्यता अभियान की घोषणा की।
संक्रमण काल में योगदान:
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विनय अग्रवाल ने बताया कि कोरोना काल में संगठन ने पीड़ित पत्रकारों और उनके परिजनों की हरसंभव मदद की। जिला प्रशासन और सरकार तक उनकी समस्याओं को पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
सम्मान और समापन:
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा को तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया।
बैठक का संचालन संभागीय अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राजावत ने किया, और स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष अजय मिश्रा ने दिया। कार्यक्रम में बबीता शर्मा, मनोज वर्मा, विशाल मिश्रा, और अन्य प्रमुख पत्रकार उपस्थित रहे। इस बैठक में उठाए गए कदम पत्रकारिता को नई दिशा देने और पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।