विशेष सचिव का आदेश विभाग के ठेंगे पर
किसी अन्य विभाग से मामले की जांच कर मांगी थी आख्या रिपोर्ट
आजमगढ़। परिवहन विभाग में रोडवेज के अधिकारियों की ओर से डीजल चोरी मामले ने फिर तूल पकड़ा है। खास बात तो ये है कि जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगा था जिम्मेदार अधिकारी उसी को जांच कराने का निर्देश दिए हैं। जबकि विशेष सचिव ने किसी अन्य विभाग से मामले की जांच कर आख्या रिपोर्ट मांगी थी। मिली जानकारी मुताबिक कुछ महीने पहले आजमगढ़ रीजन के कई डिपो में 27,640 लीटर डीजल चोरी की शिकायत मिली थी। लेखा परीक्षा की जांच में डीजल चोरी का मामला पकड़े जाने के बाद से परिवहन निगम में हड़कंप मच गया। डा. आंबेडकर डिपो के संविदा चालक श्याम बहादुर सिंह सोनू ने शिकायत दर्ज कराई। आरोप था कि मामले की जांच में अधिकारियों ने हीलाहवाली करते हुए जांच को दबा दिया। इसके कारण उन्होंने विशेष सचिव उत्तर प्रदेश शासन केपी सिंह से शिकायत की थी। मामले को संज्ञान में लेते हुए विशेष सचिव ने अन्य विभाग के किसी अधिकारी से जांच कराने के लिए परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक राजीव आनंद को निर्देश दिया था। इसके बाद भी मुख्य प्रधान प्रबंधक ने जांच को प्राथमिकता के आधार पर क्षेत्रीय प्रबंधक एवं सेवा प्रबंधक आजमगढ़ से संयुक्त रूप से कराने के निर्देश दिए। साथ ही प्रकरण की रिपोर्ट एवं कृत कार्रवाई से संयुक्त रूप से आख्या सहित जांच आख्या रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिस परिवहन निगम के अफसरों पर डीजल चोरी का आरोप है, अब उन्हीं को इसके जांच की भी जिम्मेदारी मिल गई है।