आजमगढ़ : भूमाफिया के कब्जे से घूर गढ्ढे की भूमि मुक्त नहीं करा सके एसडीएम

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दबंग भूमाफिया द्वारा बाउंड्रीबाल बनाकर किया गया है कब्जा

रिपोर्ट : आरपी सिंह
आजमगढ़। फूलपुर तहसील दिवस पर ग्राम प्रधान द्वारा दिये गए शिकायती पत्र को सही पाए जाने के बाद भी दबंगों के कब्जे से घूर गढ्ढे की जमीन एसडीएम खाली नहीं करा सके। दबंगों द्वारा घूर गढ्ढे की जमीन पर बाउंड्रीवाल बनाकर कब्जा किया गया है। इसकी पैमाइश उपजिलाधिकारी की उपस्थिति में की गयी थी।तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत टेवगा निवासी ग्राम प्रधान फरीदा बानो पत्नी इमरान अहमद हिटलर ने सम्पूर्ण तहसील समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें ग्राम सभा खाते में भूमि घूर गढ्ढे के नाम पर सरकारी अभिलेखों में अंकित है। जिस पर दबंग भूमाफिया बाउंड्रीबाल बनाकर कब्जा कर लिए हैं।तहसील समाधान दिवस पर दिए गए प्रार्थना पत्र के सापेक्ष टेवगा की लेखपाल प्रीति के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर उक्त भूमि का सीमांकन किया गया। जिसमें प्रधान का आरोप सच पाया गया। सयुक्त टीम द्वारा उपजिलाधिकारी फूलपुर को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई। जिसमे विपक्षी शोएब अहमद पुत्र उस्मान द्वारा पुनः प्रार्थना पत्र दिया गया कि तहसील दिवस पर दिया गया प्रार्थना पत्र फर्जी हस्ताक्षर से दिया गया है। लेखपाल प्रीति मिश्रा के साथ लेखपाल की टीम मौके पर गयी थी। बसपा नेता व प्रधान पति इमरान अहमद हिटलर के प्रभाव में आकर सही सीमांकन नहीं किया गया है। वर्षो से एक ही समुदाय के ब्यक्तियों के बर्चश्व का खेल चलता रहा। जिसमे थाना से लेकर तहसील कर्मचारी प्रभावित रहे। जिसके कारण आज तक सरकारी भूमि मुक्त नहीं कराई जा सकी। उपजिलाधिकारी सुरेन्द्र नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में दर्जन भर लेखपालों की टीम गाटा सख्या 489 घूर गढ्ढा खाते की भूमि का सीमांकन कराया गया। जिसमें प्रधान पति की एक दीवाल बीस फिट के करीब व दूसरे शिकायतकर्ता शोएब पुत्र उस्मान द्वारा पूरे घूर गढ्ढे की भूमि पर कब्जा पाया गया। उपजिलाधिकारी ने मौके पर पत्थर गढ़वा दिया। यह निर्देश दिया कि दो दिन के अन्दर घूर गढ्ढे की भूमि को खाली कर दें। अन्यथा पुलिस बल के साथ जेसीवी द्वारा सरकारी भूमि मुक्त कराई जाएगी। नवंबर की शुरुआत में शुरू हुआ प्रकरण नवम्बर के अंत तक समाप्त नहीं किया जा सका। इस सम्बन्ध में उप जिलाधिकारी फूलपुर सुरेन्द्र नरॉयन त्रिपाठी से बात करने पर बताया गया कि कब्जा धारकों को खुद से गिरा लेने सरकारी भूमि खाली करने का निर्देश दिया गया था, अगर नहीं भूमि मुक्त हुई है तो आज पुनः दिखवाता हूं। अब राजस्व टीम जाकर मुक्त कराएगी

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