बाल दिवस बच्चों के अधिकारों और उनके कल्याण से जुड़ी अनेक चीजों पर प्रकाश डालता है-विजय बहादुर सिंह, संस्थापक
आजमगढ़। जहानागंज क्षेत्र के धनहुंआ स्थित एसकेडी विद्या मन्दिर एवं एसकेडी इण्टर कालेज में गुरूवार को पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मोत्सव बाल दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्कूल प्रांगण में शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों को समर्पित अनेक कार्यक्रम कराया गया जिसका देश के भावी कर्णधारों ने जमकर लुफ्त उठाया।
कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय के संस्थापक विजय बहादुर सिंह द्वारा वाग्देवी मां सरस्वती एवं भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इसके पश्चात विभिन्न कविताओं और वक्तव्यों के माध्यम से पंडित नेहरू के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनसे जुड़ी अनेक बातें बच्चों से साझा की गयी। इसके पश्चात नन्हें मुन्हें बच्चों ने फैंन्सी डेज्स शो, बैलून रेस, स्पिन आर्ट, बाल बैलेंसिंग रेस, खो खो, कबड्डी, दौड़ आदि कार्यक्रमों का जमकर लुफ्त उठाया।
अपने संबोधन में संस्थापक विजय बहादुर सिंह ने कहा कि हर साल 14 नवम्बर को चाचा नेहरू के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाने वाला बाल दिवस बच्चों के अधिकारों और उनके कल्याण से जुड़ी अनेक चीजों पर प्रकाश डालता है। पंडित नेहरू को बच्चों से काफी लगाव था। वह यह हमेशा कहा करते थे कि बच्चे ही किसी देश के भावी कर्णधार होते हैं। इसलिए बाल दिवस पर सभी लोगों को संकल्पित होना चाहिए कि किसी भी बच्चे के जीवन में अंधेरा नहीं रह जाये। विद्यालय की प्रधानाचार्या प्रीती यादव एवं केके सरन ने भी अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीकान्त सिंह, संतोष, योगेन्द्र, अभय, रंजना, नेहा, प्रियंका, रूबी, आदि लोगों का अहम योगदान रहा।