आजमगढ़ : जमीन की लालच में अपनों ने ही उतारा मौत के घाट

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घटना में शामिल पत्नी और बहू सहित चार गिरफ्तार, चाकू बरामद
गला रेत कर हुई हत्या मामले का पुलिस ने किया खुलासा
आजमगढ़। जनपद के रानी की सराय थाना क्षेत्र में 26 नवम्बर को हुई वृद्ध की गला रेतकर हत्या मामले का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए हत्या में शामिल पत्नी और बहू सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अपनों द्वारा ही जमीन की लालच में हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा जमीन सम्बन्धी मामले को लेकर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द लाल ने बताया कि 26 नवम्बर को रानी की सराय थाना में चन्द्रकला देवी पत्नी मणीलाल यादव नि0 चकसेठवल ने प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसके पति नशे के आदि थे और पुस्तैनी जमीन को बेचते थे जिसमें परिवार व जमीन खरीदारों से रंजिश चल रही थी कि इसी बात को लेकर किसी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उसके पति की हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस की विवेचना में सुभाष यादव पुत्र लालचन्द यादव निवासी काजीभीटी, रवि यादव पुत्र स्व0 मणिलाल यादव निवासी चक सेठवल, चन्दना यादव पत्नी रवि यादव निवासी चक सेठ सेठवल, चन्द्रकला देवी पत्नी स्व0 मणिलाल यादव निवासी चक सेठवल का नाम प्रकाश में आया। जो मृतक मणिलाल के परिवार के ही सदस्य हैं। शुक्रवार की दोपहर 12.05 बजे थानाध्यक्ष रानी की सराय सुनील कुमार सिंह द्वारा चारों अभियुक्तों को चकसेठवल से समय गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि मृतक मणीलाल अपने पैतृक सम्पत्ति को बेचकर शराब पीता और पिलाता था और अपने ऊपर खर्च करता था, इस कारण से हम लोगों में विवाद होता था। शेष जमीन को बचाने की नियत से 25 नवम्बर को मृतक की पत्नी चन्द्रकला देवी शेष जमीन को अपने नाम से बैनामा कराना चाहती थी। जिसका मृतक मणिलाल द्वारा विरोध किया गया तथा रजिस्ट्री करने हेतु सहमत न होने पर 25 नवम्बर को समय करीब 10 बजे मृतक की पत्नी चन्द्रकला, पुत्र रवि यादव व बहू चन्दना यादव तथा साला सुबाष यादव के द्वारा शेष जमीन को बचाने तथा मृतक की पत्नी चन्द्रकला के नाम स्थानान्तरित कराने के उद्देश्य से हत्या करने का निश्चय करते हुए 25/26 नवम्बर की रात्रि लगभग 02.30 बजे अपने नये घर से जहां पर मृतक सोता था वहां पहुंचे तथा साला सुबाष के द्वारा पहले ऊपर चढ़ कर मुंह दबाया गया तथा बहू चन्दना व पत्नी चन्द्रकला द्वारा एक-एक पैर को पकड़ा गया और पुत्र रवि द्वारा दोनों हाथों को पकड़ा गया, मणीलाल के बेहोश हो जाने पर साले द्वारा घर में प्रयुक्त होने वाले चाकू से गर्दन को काट दिया गया।

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