तीन तहसीलों के 67 गांव शामिल, जारी की गई अधिसूचना
लखनऊ। प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन के लिए मेला क्षेत्र को नया जिला घोषित किया गया है. नए जिले का नाम महाकुंभ मेला रखा गया है. महाकुंभ मेला नाम से नये जिले की अधिसूचना जारी कर दी गई है. महाकुंभ मेला जिले में भी वह सभी प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी, जो किसी दूसरे जिले के संचालन के लिए जरूरी होती हैं. यानी महाकुंभ क्षेत्र के अलग डीएम और पुलिस कप्तान होंगे. अलग थाने और पुलिस चौकियां होगी. महाकुंभ मेला नाम से नया जिला बनने के बाद उत्तर प्रदेश में जिलों की संख्या अब बढ़कर 75 से 76 हो गई है. सूबे में एक अतिरिक्त जिला महाकुंभ मेले के आयोजन के बाद तक कायम रहेगा. गौरतलब है कि कुंभ और अर्ध कुंभ के मौके पर नए जिले की अधिसूचना जारी किए जाने की परंपरा है. प्रयागराज में इस बार तो महाकुंभ का आयोजन हो रहा है. शासन के निर्देश पर प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने रविवार देर शाम नए जिले की अधिसूचना की अधिसूचना को जारी किया है. महाकुंभ मेला जिले में पूरा परेड क्षेत्र और चार तहसीलों सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना के 67 गांव शामिल हैं. महाकुंभ मेला जिले के कलेक्टर मेलाधिकारी विजय किरन आनंद होंगे, जबकि एसएसपी के तौर पर राजेश द्विवेदी की नियुक्ति पहले ही हो चुकी है. नए जिले की अधिसूचना जारी होने के बाद महाकुंभ जिले के डीएम सभी श्रेणी के मुकदमों में कलेक्टर के समस्त अधिकारों का उपयोग करेंगे. अधिसूचना में कलेक्टर के सभी कार्य करने के अधिकार भी उन्हें दिए गए हैं. अधिसूचना के मुताबिक तहसील सदर के 25 गांव, तहसील सोरांव के तीन गांव, तहसील फूलपुर के 20 गांव और करछना तहसील के 19 गांव शामिल किए गए हैं. परेड क्षेत्र के साथ ही महाकुंभ मेला जिले में चार तहसीलों के कुल 67 गांव शामिल किए गए हैं. महाकुंभ के आयोजन के कुछ दिनों बाद तक महाकुंभ मेला जिले का अस्तित्व रहेगा. यह नया जिला अस्थाई तौर पर बनाया गया है. इस बार के महाकुंभ का आयोजन तेरह जनवरी से छब्बीस फरवरी के बीच हो रहा है. यूपी की योगी सरकार महाकुंभ के आयोजन को लेकर खास तैयारिया कर रही है.