सुहेलदेव विवि में मानवाधिकार दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन
आजमगढ़। महाराजा सुहेलदेव विश्विद्यालय आजमगढ़ के सभागार में कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को विश्व मानवाधिकार दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत वि वि के कुलपति ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वल्लन कर एवं माल्यार्पण कर किया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं जहाँ लोकतंत्र के आधार स्तंभ स्वतंत्रता-समानता और बन्धुत्व सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वे संत निरामया के सिद्धांतों पर चलकर हम इस दिवस की वास्तविक स्थिति से अवगत हो सकते हैं। आज विश्व एक परिवार हो चुका है हमें अंतर्मन में एक संप्रेषण पैदा करना होगा कि आने वाला कल समाज के लिए एक खुशनुमा माहौल पैदा करें। इसी भावना के साथ पूरे विश्व परिवार को आगे बढ़ना होगा । संवैधानिक प्रावधानों के साथ ही प्राचीन भारतीय मनीषा से बल पाते हैं।दो विश्वयुद्धों का साक्षी रहा विश्व तृतीय विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहा है और इन युद्धों में आम जन के मानव अधिकारों का ही दमन होता रहा है, वसुधैव कुटुम्बकम और परहित धर्म के दर्शन को साथ लेकर चलने भारतीय संस्कृति ने सदैव मानव मात्र के अधिकारों का पोषण और अनुरक्षण किया है।आज लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ प्रेस और मीडिया की जिम्मेदारी भी मानवाधिकारों को लेकर बढ़ चुकी है, मीडिया के सभी प्लेटफार्मों को शासन सत्ता के निष्पक्ष मूल्यांकन के साथ ही जन जन को उनके मानव अधिकारों का भान कराना होगा और उनकी रक्षा के लिए जनता की आवाज बनकर उभरना होगा। कार्यक्रम में प्रो सर्वेश पांडे एवं प्रो ऋषिकेश सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संयोजन सांस्कृतिक परिषद के सचिव एवं मीडिया प्रभारी डॉ0 प्रवेश कुमार सिंह ने किया तथा संचालन हिंदी विभाग की अतिथि प्रवक्ता सुश्री निधि सिंह ने किया। कार्यक्रम पत्रकारिता विभाग के एवं कला तथा वाणिज्य संकाय के साथ-साथ विज्ञान वर्ग के शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं की गरिमामय उपस्थिति रही। इस अवसर पर कुलसचिव, उपकुलसचिव, वित्त अधिकारी,सांस्कृतिक परिषद के सदस्यगण, अतिथि शिक्षक,कर्मचारी वर्ग के साथ विभिन्न संकायों के छात्र छात्रायें सक्रिय रूप से उपस्थित रहें।