कहा- मुस्लिम मर्दों को...
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कैराना सीट से समाजवादी पार्टी का सांसद इकरा हसन ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन तलाक कानून पर अपनी राय जाहिर की है. इकरा हसन ने लंदन से पढ़ाई की है वो सपा के पढ़े-लिखे सांसदों में गिनी जाती है. एक पॉडकास्ट में जब उनसे तीन तलाक पर सवाल किया गया तो उन्होंने बेहद चौंकाने वाला जवाब दिया. यही नहीं उन्होंने मोदी सरकार के इस फैसले पर भी सवाल उठाए. सपा सांसद ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि अगर मैं इस मुद्दे पर टेक्निकल और लॉजिकल टर्म में बात करूं तो मैं कहना चाहती हूं कि ये एक सिविल मामला है और इसे ऐसा ही बने रहना चाहिए. अब सिविल विवाद के लिए किसी को अपराधी बनाना या कानूनन सजा देना सही नहीं है. ऐसा कहीं और कानून में नहीं होता है. मुझे इस बात से दिक्कत है. ऐसा केवल इसलिए किया गया कि एक समुदाय के मर्दों को जेल में भरा जाए. सपा सांसद ने कहा, 'भाजपा सरकार दावा करता ही है कि इससे महिलाओं को फायदा मिलेगा लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता जो भाजपा कहती है. मैंने खुद ऐसे केस देखे हैं कि हिंदुओं में तलाक लेने की प्रक्रिया बहुत जटिल है, हिंदू मैरिज एक्ट में भी तलाक लेने की प्रकिया बेहद जटिल है. ऐसे में महिला को अकेला छोड़ दिया जाता है. अब ऐसा ही मुस्लिम महिलाओं में भी देखने को मिलने लगा है.
उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक कानून आने की वजह से अब मुस्लिम महिलाओं के भी अकेला छोड़ दिया जा रहा है. मुझे तो यही लगता है कि यह महिलाओं की बेहतरी से अधिक किसी एक समुदाय के मर्दों को सजा देने का नया तरीका बस है. इकरा हसन सपा की उन सांसदों में आती है जो बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया देती हैं. यही नहीं उनकी बात को गंभीरता से सुना जाता है. यही नहीं वो काफी पढ़ी लिखी भी हैं. उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है, जिसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की और लंदन में भी पढ़ाई की है.