लिव इन रिलेशन में रहते थे; कातिल ने खुद बताया क्यों मारा
मुरादाबाद। मुरादाबाद में आकांक्षा हत्याकांड का खुलासा हो गया है। फुटबालर मोहित सैनी ने ही अपनी प्रेमिका अकांक्षा की हत्या अपने एक दोस्त के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। मोहित ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने आकांक्षा की हत्या वेब सीरीज मिर्जापुर में फिल्माए गए एक दृश्य की तर्ज पर किया है। प्रेमिका को दोस्त के साथ बाइक पर बैठाकर ले जा रहा था। रास्ते में बहाने से बाइक रोकी, दोस्त ने आकांक्षा का हाथ पकड़ लिया और उसने उस्तरे से उसका गला रेत दिया। पुलिस लाइन में एसपी सिटी कुंवर आकाश सिंह और एएसपी अमरिंदर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि बुधवार को भोजपुर थाना क्षेत्र में महिला का गला कटा शव मिला था। इस मामले में उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर थाना क्षेत्र के गड्ढा कॉलोनी निवासी भूरा कश्यप ने महिला की पहचान अपनी बेटी अंजली उर्फ आकांक्षा के रूप में की थी। पिता ने आरोप लगाया कि नागफनी के बंगला गांव निवासी मोहित सैनी और उसके साथी के खिलाफ हत्या की है। उन्होंने मोहित को आकांक्षा का पति बताया था। शनिवार को भोजपुर थाने की पुलिस ने मोहित और उसके दोस्त ओमकार शर्मा निवासी बंगला गांव नागफनी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मोहित सैनी ने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। बताया कि वह अंजली उर्फ आकांक्षा के साथ बिना शादी किए रह रहा था। आकांक्षा अपने पहले पति से नजदीकियां बढ़ाने लगी थी। इसलिए उसकी हत्या कर दी। मोहित ने पुलिस को बताया कि आकांक्षा ने सद्दाम से पहले शोएब से शादी की थी। आकांक्षा की उससे तीन साल की बेटी भी है। आकांक्षा ने शोएब से मिलना जुलना शुरू कर दिया था। मोहित के परिजन उसकी शादी के लिए लड़की देख रहे थे। वेब सीरीज मिर्जापुर के एक दृश्य की तर्ज पर आकांक्षा की हत्या कर दी। हत्या के आरोपी मोहित सैनी ने घटना को अंजाम देने के लिए दस दिन पहले काशीपुर के छतारी चौराहा फ्लाईओवर के नीचे से एक उस्तरा खरीदा था। 23 दिसंबर को ट्रेन से मुरादाबाद आया और यहां नागफनी के बंगला गांव सोनू नर्सरी के पास रहने वाले अपने दोस्त ओमकार शर्मा से मिलकर हत्या करने की योजना बनाई। 24 दिसंबर को वह फिर मुरादाबाद आया और कॉल कर ओमकार को स्टेशन पर बुलाया। वो शाम सवा पांच बजे वाली ट्रेन से काशीपुर पहुंच गया। यहां दोनों ने शराब पी और आकांक्षा को भी पिलाई। योजना के तहत रात करीब ढाई बजे उठा और आकांक्षा से कहा कि मां की तबीयत खराब है। हमें अभी चलना होगा। इसके बाद बाइक से ही तीनों मुरादाबाद के लिए निकल पड़े। भोजपुर थाना क्षेत्र के जहांगीरपुर के पास पहुंचने पर मोहित ने बाइक रोक ली। बाइक से उतरते ही साथी ओमकार ने आकांक्षा के दोनों हाथ पकड़ लिए। इसके बाद मोहित ने उस्तरा से उसका गला रेत दिया। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दोनों मुरादाबाद की ओर बढ़े तो बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया। करीब डेढ़ किमी बाइक पैदल खींचने के बाद एक पेट्रोल पंप पर 50 रुपये का तेल डलवाया। दोस्त ओमकार को घर छोड़ने के बाद बाइक अपने एक दूसरे दोस्त के यहां छिपा दी थी।