थानाध्यक्ष को प्रार्थना पत्र देकर लगाई गुहार, कहा न्याय नहीं मिला तो अपनायेंगे यह रास्ता
रिपोर्ट-आरपी सिंह
आजमगढ़। फूलपुर कोतवाली के सदरपुर बरौली, शेखवलिया, घियहा, मानपुर, मुड़ियार, खानपुर बेलहमा की कर्ज से दबी महिलाओं ने इज्जत बचाने की गुहार थानाध्यक्ष से लगायी है। महिलाओं का कहना है कि कोरोना काल मे माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के द्वारा लालच देकर रोजगार के नाम पर कम ब्याज पर कर्ज दिया गया था। अब कर्ज देने वाली कम्पनियों के लोगों द्वारा प्रताड़ित करने और इज्जत पर डाका डालने का प्रयास किया जा रहा है। महिलाओं ने प्रार्थना पत्र देकर प्रताड़ित और अश्लील हरकत करने वालों पर अंकुश लगाने की गुहार थानाध्यक्ष से लगायी है।
रविवार को सुरजन कुमार पुत्र राम कवल ग्राम सदरपुर बरौली निवासी के नेतृत्व में सदरपुर बरौली, शेखवलिया, घियहा, मानपुर, मुड़ियार, खानपुर बेलहमा की महिलाओं को साथ लेकर फूलपुर कोतवाली पर पहुँच गए और फूलपुर थाना प्रभारी को प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगायी। किरन राजभर, नीतू राजभर, सबिता, आरती, निर्मला, गीता, रीता, संगीता, सुषमा, शकुंतला, लीलावती, शीला, चन्द्रावती आदि महिलाओं का कहना कि कोरोना काल मे परिवार का खर्च चलाने के लिए माइक्रो फाइनेंस की कम्पनियों के द्वारा घर घर सम्पर्क करके समूह बनाकर रोजगार का लालच देकर 1 से 2 प्रतिशत के ब्याज पर लोन दिया गया था। इन कम्पनियों के द्वारा 18 से 34 प्रतिशत तक ब्याज लगाकर रकम वसूली की जा रही है। आमदनी का स्रोत बन्द होने से हम लोगों के परिवार के साथ कम्पनियों के द्वारा अनैतिक दबाव बनाया जा रहा है और हम लोगों के इज्जत के साथ छेड़छाड़ करते हैं। जिससे हम महिलाओं का जीना हराम हो गया है। अगर हम लोगों की सुनवाई नहीं हुई तो आत्महत्या को बाध्य होंगे। महिलाओं ने प्रार्थना पत्र देकर अवैध धन उगाही, शोषण और मानसिक प्रताड़ना से निजात दिलाने की मांग महिलाओं ने किया है। कोतवाली उपनिरीक्षक गंगा राम बिन्द का कहना कि महिलाओं द्वारा प्रार्थना पत्र मिला है जांच पड़ताल की जा रही है।