इस मामले से बचने के लिए सनसनीखेज वारदात को दिया अंजाम
सहारनपुर। देहात कोतवाली पुलिस ने हत्या की वारदात का चौंकाने वाला खुलासा किया है। बागपत के एक यूनानी चिकित्सक ने खुद को मृत दिखाने के लिए एक युवक को अपनी कार में जिंदा जला दिया। आरोपी का मकसद था कि इससे वह लोन के 20 से 25 लाख रुपये चुकाने से बच जाएगा। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस लाइन में एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि 23 दिसंबर को जब्बार अली निवासी बिजोपुरा ने नहर पुल के पास पटरी पर जली कार की सूचना दी थी, जिसके अंदर एक व्यक्ति का जला हुआ शव है। उधर, 26 दिसंबर को गुलजार निवासी खानआलमपुरा ने तहरीर देकर बताया था कि उसका भांजा सोनू निवासी पुराना मिद्दा थाना सदर बाजार जिला यमुनानगर 22 दिसंबर से लापता है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपी की तलाश शुरू कर दी।
इस बीच शुक्रवार को हत्यारोपी डॉक्टर घटनास्थल पर यह देखने पहुंच गया कि कार जली है या नहीं। वहां पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपी बागपत जिले के असारा गांव का रहने वाला है, जो वर्तमान में हबीबगढ़ में रहता है और क्लीनिक चला रहा था। पूछताछ में हत्यारोपी ने वारदात को स्वीकारा।
उसने बताया कि उस पर 20 से 25 लाख रुपये का कर्ज हो गया था। कर्ज से बचने के लिए उसने यह साजिश रची। उसने बताया कि मेरी मौत साबित हो जाने के बाद मेरी पत्नी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाकर बीमा आदि के रुपये ले लेती। 10 लाख रुपये का पर्सनल लोन भी माफ हो जाता। पुलिस ने उसके पास से वारदात में प्रयुक्त एक कैन व प्लास्टिक के ग्लब्स बरामद किए हैं।
अभिमन्यु मांगलिक, एसपी सिटी ने बताया कि हत्यारोपी डॉ. मुबारिक बेहद शातिर है। सोनू की हत्या के बाद डॉक्टर घर नहीं पहुंचा। तीन से चार दिन तक इधर-उधर ही घूमता रहा, ताकि परिवार को पता न चले। इस बारे में पत्नी को भी नहीं बताया।