इस IPS को अब सरकार ने कर दिया सेवामुक्त
लखनऊ। आईपीएस अधिकारी जसबीर सिंह वर्ष 2002 में उस समय चर्चा में आए, जब उन्होंने महाराजगंज एसपी रहते हुए योगी आदित्यनाथ पर रासुका लगाने की संस्तुति की थी. उस समय भी उन पर कई तरह के आरोप लगे थे. एडीजी होमगार्ड रहते हुए भी उन्होंने भ्रष्टाचार का मामला उठाया था, जिसके बाद उन्हें दूसरे विभाग में भेज दिया गया. आईपीएस जसबीर सिंह को 14 फरवरी 2019 को निलंबित कर दिया गया, जिस समय जसबीर सिंह को निलंबित किया गया. उस समय वह एडीजी रूल्स एंड मैन्युअल के पद पर तैनात थे. निलंबन के पीछे शासन ने उनके बिना सूचना छुट्टी पर जाने का कारण बताया था, लेकिन बताया जाता है कि जसबीर सिंह ने एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने सरकार पर बिना काम के सैलेरी देने का आरोप लगाया था. उन्होंने अपने विभाग को लेकर टिप्पणी की थी कि वहां स्टाफ को बैठाकर बेवजह वेतन दिया जा रहा है. जब इस संबंध में शासन ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा, तो वह लीव पर चले गए. आईपीएस जसबीर सिंह के निलंबन को पांच साल से भी अधिक समय हो गए थे. ऐसे में अब सरकार ने उन्हें नवंबर 2024 में सेवामुक्त कर दिया, हालांकि सरकार के इस फैसले के खिलाफ उन्होंने राष्ट्रपति के यहां अपील की है. बताया जाता कि उनके जवाब से संतुष्ट न होने के कारण शासन ने यह निर्णय लिया एडीजी जसबीर सिंह को निलंबन के दौरान आधी तनख्वाह मिल रही थी, लेकिन अब सेवामुक्त होने के बाद उन्हें कोई वेतन नहीं मिलेगा.