हत्या मामले में पिता ने नेताओं पर लगाया था बचाने का आरोप, तलाश में जुटी पुलिस
शाहजहांपुर। शाहजहांपुर के चर्चित आयुष गुप्ता हत्याकांड में वांछित आरोपियों पर एसपी ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। एक दिन पहले ही सदर पुलिस ने वांछितों के घरों में हाजिर होने को नोटिस चस्पा किया था। दो दिसंबर को टेंट कारोबारी मोहल्ला श्यामतगंज गौटिया निवासी दिलीप गुप्ता के बेटे आयुष गुप्ता की ओसीएफ के रामलीला मैदान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रेम-प्रसंग को लेकर हुए हत्याकांड में 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। एसपी राजेश एस. के नेतृत्व में सीओ सिटी पंकज पंत ने खुलासे की कमान को संभाला और 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना में नामजद हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष स्वप्निल शर्मा, शेखर मौर्य, अनमोल और अनुज फरार हैं। पुलिस की टीमें लगातार उनकी तलाश में दबिश दे रही हैं। शनिवार को सदर पुलिस ने चारों के घरों पर नोटिस चस्पा कर रविवार सुबह दस बजे तक थाने में हाजिर होने का आदेश दिया था। पूरा दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी नहीं आए। सदर इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने वांछित आरोपियों पर इनाम घोषित करने के लिए एसपी राजेश एस. को रिपोर्ट भेजी थी। इंस्पेक्टर ने बताया कि चारों वांछितों पर एसपी ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। आयुष के पिता दिलीप गुप्ता ने कुछ नेताओं पर स्वप्निल शर्मा को बचाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि वह कुछ नेताओं की शरण में है। इस वजह से गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है। गदियाना निवासी हत्यारोपी प्रिंस राजपूत की पत्नी पलक ने न्यायालय में समर्पण किया था। पुलिस उसके भी बयान दर्ज करेगी। जरूरत पड़ने पर उसे भी रिमांड पर लिया जा सकता है।