कमरे में खुद को किया बंद, पुलिस ने दरवाजा तोड़कर निकाला बाहर
लखनऊ। पूर्व मंत्री राम लखन वर्मा के बेटे उपकार ने मंगलवार को डालीगंज स्थित आवास में अपने हाथ की नस काट ली। उपकार लहूलुहान हालत में घर के बाहर टहल रहा था। यह देख आसपास के लोगों ने हजरतगंज पुलिस को सूचना दी। पुलिस को देखकर उपकार ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। युवक की हालत गंभीर देख पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। पूर्व मंत्री का देहांत हो चुका है। एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि नशे की हालत में उपकार ने किसी नुकीली चीज से हाथ की नस काट ली थी। उपकार की हालत खतरे से बाहर है। युवक की मां मंजू को घटना की सूचना दे दी गई है। चौकी इंचार्ज शुभम पांडेय को वहां भेजा गया था। उपकार ने पुलिसकर्मियों को देखकर खुद को कमरे में बंद कर लिया। पुलिस ने काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। पुलिस ने फावड़े की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा। इस बीच उपकार ने खुद को दूसरे कमरे में बंद कर लिया। पुलिस दूसरे कमरे का दरवाजा तोड़कर भीतर दाखिल हुई तो उपकार कमरे में नही मिला।
पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि उपकार पीछे के रास्ते से भाग निकला है। तलाश करने पर उपकार झुग्गी झोपड़ी में छिपा मिला। कड़ी मशक्कत के बाद उपकार को वहां से निकालकर एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। उधर, फ्लैट के दोनों कमरों में हर तरफ खून बिखरा था। फ्लैट के बाहर भी खून के निशान मिले हैं। पुलिस आत्महत्या के प्रयास का कारण पता लगा रही है।
पुलिस का कहना है कि उपकार के कमरे से एक असलहा भी मिला है। असलहे के बारे में छानबीन की जा रही है। गनीमत रही कि उपकार ने खुद को गोली नहीं मारी। असलहा किसका है, इसके बारे में जानकारी नहीं हो सकी है। उपकार नशे में धुत था, जिसके कारण उससे पूछताछ नहीं हो सकी। उसने पुलिसकर्मियों से अभद्रता भी की।