SSP ने कर दिया सस्पेंड; कार्रवाई के लिए पत्र भेजा
गोरखपुर। पुलिस की नौकरी के साथ ही बिजनेसमैन बनने की चाहत रखने वाली खजनी थाने में तैनात महिला सिपाही को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। वहीं, सुल्तानपुर में तैनात सिपाही पर कार्रवाई के लिए भी पत्र भेजा गया है। निलंबित होने के बाद सोमवार को एसएसपी ऑफिस पहुंची मूलरूप से गाजीपुर की रहने वाली महिला सिपाही ने खुद को बेकसूर बताया। उसका कहना है कि पिता व्यापार करते हैं और उसके खाते में रुपये मंगा लिए। लेकिन, विभागीय नियम के बारे में पूछने पर खामोश हो गई। खबर है कि इस मामले में केस भी दर्ज हो सकता है।
दरअसल, पुलिस की नौकरी में आने के साथ ही उनके कर्तव्यों के बारे में शपथ दिलाई जाती है। समाज के बीच रहकर उनकी मदद और सुरक्षा करने का जिम्मा पुलिस वालों के कंधों पर होता है, इस वजह से पुलिस मैनुअल उन्हें नौकरी के साथ व्यापार करने की अनुमति नहीं देता है। इसके बावजूद छिप-छिपाकर अपने परिवार वालों या दूसरे करीबियों के नाम से पुलिस वाले व्यापार से जुड़ने लगे हैं, उनके मामले उजागर न होने की वजह से कार्रवाई नहीं हो पाती है, लेकिन मूलरूप से गाजीपुर की रहने वाली और गोरखपुर के खजनी थाने में तैनात महिला सिपाही के खाते की जांच में व्यापार के सिलसिले में लेनदेन की पुष्टि हुई है। शुरुआती जांच में दोषी पाए जाने की वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, पुलिस मैनुअल के नियम 15 में साफ उल्लेख है कि पुलिसकर्मी कोई भी व्यापार नहीं कर सकता है। अगर उसे व्यापार करना है, तो इसके लिए विभागाध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी। साथ ही व्यापार भी ऐसा होना चाहिए, जिससे उसका मूल काम प्रभावित न हो। बिना अनुमति ऐसा करना अनुशासन हीनता की श्रेणी में आएगा। अब मामला फंसने के बाद महिला सिपाही पिता के व्यापार का रुपये खुद के खाते में आने की दलील दे रही है, लेकिन नियम कायदे से यह बात साबित कर पाना आसान नहीं है। यही वजह है कि पूरे प्रकरण की जांच जारी है।