20 साल में बनवाया चार पासपोर्ट, पुलिस ने किया गिरफ्तार
आजमगढ़। एक व्यक्ति ने पुलिस व लोकल इंटेलीजेंस को बड़ी चुनौती दी। आजमगढ़ जिले के तीन थाना क्षेत्रों से तीन पासपोर्ट व गोरखपुर जिले से एक पासपोर्ट बनवाया। ऐसे में ये बड़ा सवाल है कि पुलिस व एलआईयू टीम को कैसे चकमा देकर निकला गया। यह घटना पुलिस व एलआईयू की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है। उक्त मामला सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकाश में आया तो पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर शुक्रवार को आरोपी को लाटघाट बाजार से गिरफ्तार कर लिया। लाटघाट चौकी प्रभारी जाफर खान को सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर कोड़रा गांव निवासी प्रभुनाथ यादव द्वारा चार पासपोर्ट अलग-अलग पता पर बनवाया गया है। इसे लेकर चौकी प्रभारी लाटघाट उप निरीक्षक जाफर खान ने मुकदमा पंजीकृत कराया। एक पासपोर्ट लखनऊ से 13 जून 1996 जन्म तिथि एक सितंबर 1976 में मोहम्मदपुर कोड़रा पोस्ट डिघवनिया काजी थाना जीयनपुर के पते पर जारी हुई। दूसरा पासपोर्ट 10 जून 2002 को जन्म तिथि एक सितंबर 1976 ग्राम चक्की हाजीपुर थाना रौनापार आजमगढ के पते पर जारी हुआ। तीसरा पासपोर्ट दो जुलाई 2009 जन्म तिथि दो अप्रैल 1975 बदला नाम दीनानाथ यादव मझवलिया थाना बडहलगंज जिला गोरखपुर के पते पर जारी किया गया। वहीं चौथा पासपोर्ट 14 जून 2016 को जन्म तिथि एक जनवरी 1964 पता ग्राम चुटही थाना मुबारकपुर जनपद आजमगढ के पते पर जारी किया गया है। उक्त प्रकरण की जांच मेरे द्वारा पूर्व की गई थी जिसकी जांच आख्या क्षेत्राधिकारी सगड़ी को भेजी गयी थी। एसपी ग्रामीण चिराग जैन के निर्देश पर उक्त प्रकरण में जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर कोड़रा गांव निवासी प्रभुनाथ यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी प्रभुनाथ को लाटघाट बाजार के पास से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही फर्जी पासपोर्ट को बरामद किया गया।