जेल में पति से मिलने के बाद डीआईजी कार्यालय पहुंच मांगा न्याय
रिपोर्ट-पंकज पाण्डेय
आजमगढ़-फरिहा। जनपद की निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा कस्बा निवासी रईस अहमद पुत्र इरशाद को 18 दिसम्बर की रात्रि 11.30 बजे शेरपुर तिराहे से थाना निजामाबाद पुलिस द्वारा तीन चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पीड़ित की पत्नी रजिया बानो शनिवार को अपने पति रईस अहमद से मिलने जिला कारागार पहुंची तो पीड़ित ने अपनी पत्नी से आपबीती बताई कि 18 दिसम्बर की शाम 4 बजे मैं अपनी दुकान पर बैठा था इसी बीच सादे ड्रेस में 3 मोटर साईकिल से 6 पुलिस वाले आए और मुझको गाली गलौज देते हुए गाड़ी पर बैठा लिए और थाने पर ले जाकर बंद कर दिए। इसी बीच गांव के कुछ लोग थाने पर पहुंच कर मेरे बारे में पता किए कि मुझे थाने पर क्यों बंद किया गया है। जिस पर थाना निजामाबाद की पुलिस ने जवाब दिया कि चोरियां बहुत हो रही है। उन लोगों ने कहा कि ये चोर नहीं है। जिस पर निजामाबाद की पुलिस ने कहा कि एक वर्ष पूर्व थाना रानी की सराय में एक बकरी चोरी के मुकदमे में जेल जा चुका है। लोगों ने कहा कि वह मामला फर्जी था। जिस महिला की बकरी चोरी हुई थी वह पता लगाते इसके घर पहुंची तो रईस महिला से बताया कि शेखपुरा के दो युवकों ने 15 सौ रुपए में मुझे बेचा था। चोरी की गई बकरी को रईस ने महिला को वापस कर दिया था और महिला ने रानी की सराय थाने की पुलिस को बताया है। मुझे मेरी बकरी मिल गई है। मेरे गांव के दो युवकों ने फरिहा में एक दुकान पर बेची थी। पुलिस उन दो युवकों के साथ रईस को भी चोरी के आरोप में जेल भेज दिया था। रात 11 बजे शेरपुर तिराहे पर निजामाबाद पुलिस मुझे ले जाकर 5 हजार रुपए और सोने के कुछ आभूषण मेरे जेब में डाल दिया और कहा कि मैं वीडियो बना रहा हूं भागो वीडियो बन जाएगी तो रुक जाना, अगर भागे तो गोली मार देंगे। ये पूरी कथा पीड़ित की पत्नी रजिया ने आज पुलिस उप महानिरीक्षक से मिलकर लिखित और मौखिक बताया, जिस पर पुलिस उप महानिरीक्षक ने पीड़ित की पत्नी से कहा आपके साथ न्याय किया जाएगा।