बिना सोचे समझे निजीकरण करना कहीं न कहीं बुनकरों व किसानों के साथ छल होगा-शाह आलम
आजमगढ़। पूर्व मंत्री व एमएलसी शाह आलम गुड्डू जमाली ने विधान परिषद् में बिजलीकरण के मुद्दे पर सरकार को घेरा। नियम 105 के तहत सपा एमएलसी ने निजीकरण के मुद्दे से किसानों व बुनकरों के जनहित का मुद्दा बताते हुए कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार पूर्वांचल व दक्षिणांचल की बिजली को सरकार निजी हाथों मे देने की बात कर रही है। यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले भी इस तरह की कोशिश हुई थी जिसको लेकर विरोध प्रदर्शन व धरना का दौर चला था। इस निजीकरण के मुद्दे पर अगर सरकार ने विचार किया तो एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। बुनकरों व किसानों के मूल-भूत जरूरतों में बिजली आती है और इसे बिना सोचे समझे निजीकरण करना कहीं न कहीं बुनकरों व किसानों के साथ छल होगा। गुड्डू जमाली ने कहा कि जिस क्षेत्र से हम दस साल विधायक रहें है उस क्षेत्र के दस लाख लोगों का नाता बुनकरी से जुड़ा हुआ है। बुनकरों व किसानों के लिए बिजली अति आवश्यक है। अगर सरकार बिजली का निजीकरण कर देगी तो सब्सिडी का क्या होगा। सरकार बिजली की हो रही चोरी को रोक सकती है। गुड्डू जमाली ने कहा बिना बुनकरों व किसानों के सहमति के बिजली का निजीकरण एक घातक कदम होगा।