ले सकते हैं बड़ा एक्शन, पार्टी के संगठन में बड़े स्तर पर फेरबदल करने की तैयारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के संगठन में बड़े स्तर पर फेरबदल करने की तैयारी कर ली है. सपा अध्यक्ष अब ऐसे कार्यकतार्ओं पर हंटर चला सकते हैं जो विभिन्न पदों पर रहने के बाद भी निष्क्रिय है और पार्टी के कार्यक्रमों में एक्टिव नहीं है. ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. यूपी उपचुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब 2027 के चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. ऐसे में सपा अध्यक्ष ने पार्टी संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने की तैयारी में अभी से जुट गए हैं. ऐसे में सपा अध्यक्ष का चाबुक सबसे पहले निष्क्रिय पदाधिकारियों पर चलेगा. पार्टी में तमाम पदाधिकारियों के कामकाज का मूल्यांकन किया जा रहा है. अगर वो पार्टी के पैमाने पर ठीक नहीं बैठते हैं तो उन्हें सपा से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सपा हाईकमान इसे लेकर मंथन कर रहा है. माना जा रहा है कि 7 से 8 जिलों के पार्टी संगठन में भी बड़े बदलाव हो सकते हैं. एक तरफ जहां निष्क्रिय कार्यकतार्ओं को बाहर निकाला जाएगा तो वहीं सक्रिय कार्यकतार्ओं को भी उनकी मेहनत का फल देने की तैयारी है. ऐसे लोगों को पार्टी की कार्यकारिणी में स्थान मिलेगा. माना जा रहा है कि इससे युवाओं को पार्टी के साथ जुड का मौका मिलेगा. जिससे नए नेता उभरकर सामने आएंगे. सूत्रों की माने तो सपा अध्यक्ष ने पीडीए की रणनीति के तहत गांव-गांव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. जिसकी बदौलत लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी को हरा दिया था. भले ही उपचुनाव में पार्टी हार गई हो लेकिन अखिलेश यादव को अब भी पीडीए पर पूरा भरोसा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार अखिलेश यादव का फोकस युवाओं पर खासतौर से हैं. जो युवा शक्ति सपा के साथ एक्टिव रूप से जुड़ी हुई है और उसकी जमीन पर भी अच्छी खासी पकड़ है ऐसे युवाओं की प्रतिभा को मौका दिया जा सकता है.