शादी का झांसा देकर लोगों को ठगने वाला गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा
बांदा। बुंदेलखंड और कानपुर के आस पास के जिलों में शादी का झांसा देकर लोगों को ठगने वाला गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। एक युवक की शिकायत पर पुलिस ने गिरोह में शामिल दो महिलाओं समेत चार को पकड़ लिया। गिरोह नोटरी के माध्यम से शादी कराते थे और रुपये और जेवर लेकर चंपत हो जाते थे। गिरोह में शामिल जालौन की युवती दुल्हन बनती थी। देहात कोतवाली के जमालपुर गांव निवासी शंकर उपाध्याय ने कोतवाली में तहरीर दी,। बताया कि शादी कराने के नाम पर उससे ठगी की जा रही है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच की तो मामला सच निकला। रविवार को महोखर गांव चौराहे से पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह ऐसे लोगों को शिकार बनाते थे, जिनकी शादी नहीं हो रही होती है। ऐसे व्यक्तियों से शादी कराने के नाम पर पैसा लेकर गिरोह की युवती से शादी करा देते थे। कुछ दिन रुकने के बाद मौका पाकर युवती घर के जेवर और रुपये लेकर भाग जाती थी।
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि गिरह में शामिल बदौसा थाना क्षेत्र के बरछा गांव निवासी विमलेश वर्मा, कानपुर के सजेती थाना क्षेत्र के निबियाखेड़ा गांव निवासी धर्मेंद्र प्रजापति, सजेती की संजना और जालौन के माधौगढ़ की ज्योति को पकड़ा है। जालौन की ज्योति दुल्हन बनती थी। संजना उसकी मां बनती थी। नोटरी से शादी कराई जाती थी। ज्योति और संजना के मोबाइल से गिरोह में शामिल तीन से चार और युवतियों का भी पता चला है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। अब तक इस गिरोह ने छह लोगों को ठगा है। देहात कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड व पांच हजार रुपये बरामद किए गए हैं। गिरफ्तारी टीम में एसआई दीपक कुमार, हेड कांस्टेबल जावेद अली, कांस्टेबल मंजीत सिंह व अवंतिका कुशवाहा शामिल रहे।
देहात कोतवाली में जमालपुर गांव निवासी पीड़ित शंकर उपाध्याय (37) ने बताया कि उसकी शादी नहीं हो रही थी। एक माह पूर्व उसकी मुलाकात बदौसा थाना क्षेत्र के बरछा गांव निवासी विमलेश वर्मा से हुई। उसने शादी कराने की बात कही थी। कहा कि उसके संपर्क में कई लड़कियां हैं।
वह शादी कराने का काम करता है, लेकिन डेढ़ लाख रुपये खर्च करना पड़ेगा। वह झांसे में आ गया। 21 दिसंबर को विमलेश वर्मा ने कहा कि बांदा कचहरी आ जाओ मैं लड़की लेकर आया हूं। तुम लड़की पसंद कर लो। जब वह बांदा कचहरी पहुंचा, तो उसके साथ विमलेश व अन्य लोग थे।
ठगी का एहसास हो गया था। उन्होंने डेढ़ लाख रुपये मांगे। लड़की का ठिकाना पता लगाने के लिए आधार कार्ड मांगा, तो दूसरे लोगों के नाम पता दिए थे। इससे ठगी का एहसास हो गया था, तब उसने देहात कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। देहात कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार ने बताया कि इस गिरोह के ठगी के शिकार फर्रूखाबाद, उरई, मध्य प्रदेश के शेवपुर, कानपुर, बांदा के दो लोग हैं। दलाल विमलेश वर्मा अतर्रा निवासी व्यक्ति की शादी कराने में जेल भी जा चुका है। पुलिस संबंधित जिलों से रिकार्ड मंगा रही है।