आजमगढ़ : निरीक्षण में खामियां मिलने पर खफा हुए मण्डलायुक्त ने चेताया

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कहा अगली बार कार्रवाई के लिए शासन को भेज दी जायेगी संस्तुति
निरीक्षण में अनुपस्थित मिले 5 कार्मिकों से तत्काल स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत करने का दिया निर्देश


आजमगढ़। मण्डलायुक्त विवेक ने दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा वित्त पोषित जनपद आजमगढ़ के तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम फखरुद्दीनपुर में मानसिक उपचारित बेधर व्यक्तियों के लिए स्थापित हॉफ-वे-होम/लॉंग-स्टे-होम का शुक्रवार को आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय बिना अनुमति प्राप्त किए समन्वयक शशिकान्त राय, कार्यालय सहायक शुभम कुमार, नर्स पूजा कुमारी, प्रशिक्षक शीला तथा पंकज कुमार सेन्टर से अनुपस्थित पाये गये। मण्डलायुक्त ने अनुपस्थित कार्मिकों से दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर उनकी वर्तमान लोकेशन के बारे में जानकारी चाही, जिससे विदित हुआ कि शशिकान्त राय बिना अनुमति प्राप्त किए वाराणसी गये हुए हैं। शेष अनुपस्थित कर्मिकों से सम्पर्क नहीं हो सका। उन्होंने जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को निर्देशित किया कि अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित सभी कार्मिकों से तत्काल स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। मण्डलायुक्त विवेक ने मौके पर पाया कि मानसिक चिकित्सालय/आश्रय गृह से उपचारित बेघर 22 महिलायें विस्थापित हैं। उन्होंने सभी महिलाओं से स्वयं बातचीत कर सेन्टर में मिलने वाली सुविधाओं उनके घर परिवार के बारे में जानकारी चाही, परन्तु अधिकांश महिलायें कुछ बता पाने में सक्षम नहीं थीं। एक महिला द्वारा स्वयं को बिलासपुर, मध्य प्रदेश का होना बताया गया, परन्तु कोई अन्य जानकारी नहीं दे पाईं।
मण्डलायुक्त विवेक ने हॉफ-वे-होम/लॉंग-स्टे-होम में बने आवासी कक्षों, किचेन, बाथरूम आदि का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने साफ सफाई खराब पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उप निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को सख्त निर्देश दिया कि तत्काल सेन्टर की साफ सफाई सुनिश्चित कराई जाय। इसके साथ ही आश्रित महिलाओं के नहाने, धोने, कपड़े, चारपाई, बेडशीट, कम्बल, रजाई, स्वास्थ्य परीक्षण, दवा आदि की समुचित व्यवस्था तत्काल सुदृढ़ कराने हेतु निर्देशित किया। मण्डलायुक्त ने सेन्टर के रजिस्टर की चेकिंग में पाया कि जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी द्वारा विगत गई माह से निरीक्षण नहीं किया गया है। इस स्थिति पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए उप निदेशक एवं जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में स्थापित अपने विभाग के सभी सेन्टरों का नियमित रूप से निरीक्षण करें तथा आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायें। मण्डलायुक्त ने आगाह किया कि यदि भविष्य में किसी भी सेन्टर में अनियमिततायें पाई जायेंगी तो सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही हेतु संस्तुति शासन को भेज दी जायेगी। अवगत कराया गया कि यह हॉफ-वे-होम/लॉंग-स्टे-होम पूर्वांचल सोशल डेवेलपमेन्ट सोसाईटी गाजीपुर द्वारा संचालित है। गत माह में चार महिलाओं को उनके घर का पता मालूम कर पहुंचाया गया है। मण्डलायुक्त ने उप निदेशक एवं जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को निर्देशित किया कि सेन्टर में विस्थापित सभी महिलाओं का पता मालूम कर उनके घर वालों से या ग्राम प्रधान से अथवा वहॉं के अन्य लोगों से सम्पर्क कर महिलाओं को उनके घर पहुंचाने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि इस दिशा में की गयी कार्यवाही एवं प्रगति से तीन दिन के अन्दर अवगत कराया जाय। मण्डलायुक्त ने अपने निरीक्षण के क्रम में कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ ग्राम जमुड़ी स्थित खाद बीज की एक दुकान का भी औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें विक्रीत खाद बीज का रजिस्टर और स्टाक को भी उन्होंने देखा। इस अवसर पर अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, उप निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण मीनू सिंह, दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी शशांक सिंह आदि उपस्थित थे।

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