इन वर्ग के लोगों को मिलेगा 20 हजार रुपये का अनुदान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सामान्य और अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री अनुदान योजना को फिर से शुरू करने का फैसला लिया है. ये योजना चार साल पहले बंद कर दी गई थी लेकिन अब अगले सप्ताह से इसे फिर शुरू कर दिया जाएगा. इसके तहत अब सामान्य और एससी वर्ग की बेटियों का व्यक्तिगत रूप से विवाह करने पर 20 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा. अभी तक इस योजना का लाभ सिर्फ ओबीसी वर्ग को ही दिया जा रहा था.
प्रदेश सरकार ने इसके लिए 30 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित कर दिया है. इनमें से 20 करोड़ का बजट एससी वर्ग के परिवारों के लिए और 10 करोड़ का बजट सामान्य वर्ग के लिए है. इससे पहले अगस्त 2022 को समाज कल्याण विभाग की ओर से एससी और सामान्य वर्ग की बेटियों की शादी के लिए अनुदान की योजना को बंद कर दिया था. विभाग के पोर्टल से इसे हटा दिया था. सिर्फ ओबीसी परिवारों को ही इसका लाभ मिल रहा था. जिसके बाद सामान्य वर्ग और एससी वर्ग की बेटियों की शादी के लिए आवेदन पर रोक लग गई थी.
अगले हफ्ते से मुख्यमंत्री शादी अनुदान योजना में फिर से सामान्य और एससी वर्ग की बेटियों को भी शामिल कर लिया जाएगा. जिसके बाद कई जिलों में आवेदन भी शुरू हो गए हैं. समाज कल्याण विभाग की ओर से इसके लिए अलग से वेबसाइट तैयार की गई है. आवेदन करने वालों की पात्रता और जरूरी दस्तावेज जमा करने के बाद अनुदान की राशि उनके खातों में भेज दी जाएगी.
सामान्य वर्ग और एससी वर्ग की बेटियों को अभी तक सामूहिक विवाह योजना का लाभ मिल रहा था. जिसके तहत सरकार परिवार को 51 हजार रुपये का अनुदान देती है. लेकिन अब इन्हें मुख्यमंत्री शादी अनुदान योजना में भी शामिल कर लिया गया है. इसके लिए विवाह के समय लड़की की उम्र 18 साल और लड़के की उम्र 21 वर्ष पूरी होनी चाहिए. अनुदान के लिए ग्रामीण क्षेत्र के परिवारों की न्यूनतम आय 46,080 शहरी क्षेत्र के परिवारों की 56,476 रुपये से अधिक सालाना आय नहीं होनी चाहिए।