लखनऊ। वर्ष 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। वर्ष 2021 में अलंकृता बिना अनुमति व अवकाश लिए लंदन चली गई थीं। इस पर उन्हें निलम्बित कर दिया था। इस बीच उन्होंने अपना इस्तीफा भी उत्तर प्रदेश सरकार को भेज दिया था। कानूनी औपचारिकता पूरी करने के बाद उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
मूल रूप से जमेशदपुर की रहने वाली अलंकृता सिंह के पति लंदन में रहते है। जब वह बिना बताये वर्ष 2021 में लंदन चली गई थी तब उनके बारे में विभाग ने पता लगाना शुरू किया था। इस दौरान ही अलंकृता सिंह ने खुद विदेश जाने की बात स्वीकार की थी और व्हाटसएप काल कर तत्कालीन एडीजी महिला व बाल सुरक्षा संगठन को जानकारी दी थी कि वे लंदन में है। उस समय वह इसी महकमे में तैनात थी। अलंकृता सिंह चार साल तक मंसूरी में लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्टी डायरेक्टर भी रही थीं। महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की एसपी अलंकृता सिंह को बिना अनुमति और बिना अवकाश मंजूर कराए विदेश यात्रा पर चले जाने के कारण उन्हें तीन साल पहले शासन ने सस्पेंड कर दिया था। शासन से जारी निलंबन आदेश में कहा गया था कि अलंकृता सिंह ने 19 अक्तूबर 2021 को रात्रि में व्हाट्सएप कॉल कर एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन को अवगत कराया कि वह इस समय लंदन में हैं। वह अगले दिन 20 अक्तूबर 2021 को कार्यालय में उपस्थित नहीं थीं और तभी से लगातार अनुपस्थित चल रही हैं। इस कृत्य के कारण उन्हें राजकीय कार्यों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता एवं अनुशासनहीनता के लिए दोषी पाया गया। शासन ने अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1969 के नियम आठ के तहत उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही संस्थित की और 23 दिसंबर 2021 को उन्हें आरोप पत्र भी दिया गया। चार महीने बाद जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि अलंकृता सिंह को निलंबित करते हुए डीजीपी मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। उन्हें राज्य सरकार को इस आशय का प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराना होगा कि वह किसी अन्य रोजगार, व्यापार या व्यवसाय में लिप्त नहीं हैं।