जन्म प्रमाण पत्र में फर्जी तरीके से आठ साल का किया था अंतर
आजमगढ़। जनपद की शहर कोतवाली पुलिस ने पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित डीवी/पीएसटी परीक्षा में कूटरचित दस्तावेज लगाने के आरोप में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त द्वारा पुलिस भर्ती प्रक्रिया में अनुचित लाभ पाने के लिए अपने हाईस्कूल के अंक पत्र की जन्मतिथि में कूटरचित तरीके से आठ वर्ष का अन्तर कर लिया था। बता दें कि उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ द्वारा पुलिस में आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती के क्रम में पुलिस लाईन में डीवी,पीएसटी हेतु भर्ती बोर्ड का कार्यालय बनाकर नियमानुसार टीम गठित कर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का बायोमैट्रीक एवं अभिलेखों का परीक्षण चल रहा है। प्रथम दल में प्रशान्त कुमार अध्यक्ष उपजिलाधिकारी मेहनगर, गौरव शर्मा सदस्य पुलिस उपाधीक्षक, डाक्टर निखिलेश चौरसिया सदस्य अस्थीरोग विशेषज्ञ 100- शैया चिकित्सालय फूलपुर, विरेन्द्र प्रताप सिंह सदस्य सह जिला विद्यालय निरीक्षण एवं रफी आलम सदस्य निरीक्षक अपराध कोतवाली शामिल हैं। 4 जनवरी को बायोमैट्रीक जांच हेतु फाईल क्रमांक 60 रजिस्ट्रेशन नं0 11186668 पर भूपेन्द्र सिंह पुत्र हरेराम निवासी ग्राम जिगनी खास थाना गड़वार जनपद बलिया समय करीब 15.20 बजे बायोमैट्रीक परीक्षण हेतु भर्ती बोर्ड कार्यालय उपस्थित हुआ। जिसका बायोमैट्रीक परीक्षण इनोवेटिव विव प्राईवेट लिमिटेड के बायोमैट्रीक आपरेटर गौरव कुमार पुत्र प्रेमचन्द्र निवासी ग्राम किशुनदासपुर थाना कंधरापुर द्वारा किया गया तो फोटो मिसमैच हो रहा था। जिस पर भूपेन्द्र सिंह उपरोक्त के शैक्षणिक अभिलेखों की जांच विरेन्द्र प्रताप सिंह सह जिला विद्यालय निरीक्षण के द्वारा की गयी। भूपेन्द्र सिंह से पूछताछ किया गया तो बताया कि मैंनें हाई स्कूल परीक्षण सीबीएसई बोर्ड से वर्ष 2012 में एवं इन्टर मीडिएट यूपीबोर्ड से 2016 में उत्तीर्ण किया था, लेकिन अनुचित लाभ पाने के लिए कूटरचित दस्तावेज से अपनी आयु को कम कराकर पुन: हाई स्कूल परीक्षा वर्ष 2021 एवं इन्टरमीडिएट परीक्षा वर्ष 2023 में उत्तीर्ण किया है। आधारकार्ड में मेरी जन्मतिथि 29.11.1996 अंकित है। इस दस्तावेज से मैं पुलिस में भर्ती नहीं हो पाता। इसलिए मैंनें कूटरचित दस्तावेज को लगाकर अपनी जन्मतिथि में लगभग 8 वर्ष अन्तर कराकर 28.11.2004 का जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर उक्त परीक्षा में फार्म भरते समय लगाया था।